ट्रंप का भारत पर बयान: अमेरिकी बाजार में चावल डंपिंग को लेकर मचा वैश्विक राजनीतिक हड़कंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का भारत पर दिया गया नया बयान वाशिंगटन से लेकर नई दिल्ली तक हलचल पैदा कर चुका है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के बाद अमेरिकी कूटनीति में बढ़ती बेचैनी पहले ही दिख रही थी, अब ट्रंप का भारत पर बयान वैश्विक व्यापार तनाव को और बढ़ा रहा है।
व्हाइट हाउस में हुई एक महत्वपूर्ण गोलमेज बैठक के दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत, थाईलैंड और वियतनाम अमेरिकी बाजार में “बेहद सस्ते दामों पर चावल डंप” कर रहे हैं। किसानों की शिकायत सुनने के बाद ट्रंप ने साफ कहा कि वह इस मामले से निपटेंगे और जरूरत पड़ने पर भारत से आने वाले चावल पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। यही नहीं, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कनाडा से आने वाली खाद पर भी अतिरिक्त शुल्क लगाया जा सकता है।
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कृषि क्षेत्र की प्रतिनिधि मेरिल केनेडी ने ट्रंप को बताया कि दक्षिणी अमेरिका के चावल उत्पादक भारी नुकसान में हैं क्योंकि भारत और थाईलैंड जैसे देश अमेरिकी बाजार में बेहद कम कीमत पर चावल बेच रहे हैं। इस पर ट्रंप ने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से पूछा कि क्या भारत को किसी प्रकार की छूट मिली हुई है, जिस पर बताया गया कि व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है।
गौरतलब है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक है और वैश्विक बाजार में लगभग 40% चावल सप्लाई करता है। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत ने करीब 15 मिलियन टन चावल निर्यात किया था। 2023 में भारत ने अमेरिका को लगभग 2 लाख टन चावल भेजा था।
ट्रंप का भारत पर बयान अब दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव को नया मोड़ देता दिख रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि अमेरिका टैरिफ बढ़ाता है तो इसका असर वैश्विक चावल कीमतों पर भी पड़ सकता है।
