July 5, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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भगत सिंह के शहादत दिवस पर दी श्रद्धांजलि

सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। 23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह ,राजगुरु ,सुखदेव की शहादत दिवस पर सलेमपुर के गांधी चौक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें नगर के तमाम साथी मौजूद रहे इस सभा को संबोधित करते हुए सतीश कुमार ने कहा कि भगत सिंह 11 वर्ष की उम्र में थे तभी से वह गांधी जी के आंदोलन से प्रेरित होकर आजादी के आंदोलन में कूद पड़े थे चौरी चौरा कांड के बाद में जब गांधी जी ने असहयोग आंदोलन वापस लिया तो उनको बहुत गहरा धक्का लगा अब उनका मकसद सिर्फ आजादी का था भगत सिंह ने साम्राज्यवाद के खिलाफ देश के नौजवानों, किसानो और मजदूरों को प्रेरित किया भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव ने बहुत कम उम्र में फांसी के फंदे को हंसते-हंसते चूम लिया था भारत के जनवादी नौजवान सभा के पूर्व जिला सचिव कामरेड रामनिवास कहां की भगत सिंह का सपना शोषण विहीन समाज का था जिसके अंदर एक मनुष्य दूसरे मनुष्य का शोषण न कर सके उनको समय से 12 घंटे पहले अंग्रेजों ने फांसी दे दी मात्र 23 साल के नौजवान एक चिट्ठी के अंदर लिखते हैं कि हम राजनीतिक बंदी हैं हमको फांसी नहीं हमको गोली से उड़ा देना चाहिए यह जज्बा था भगत सिंह का एक देश प्रेम के प्रति प्रेमचंद यादव ने कहा कि भगत सिंह ने असेंबली के अंदर जो बम फेंका था बम फेंकने के बाद में वह अपनी गिरफ्तारी इसलिए देते हैं ताकि ट्रायल के अंदर उनके क्रांतिकारी विचार पूरे देश के कोने-कोने में पहुंच सके इस सभा को संबोधित करते हुए कामरेड बालेंद्र मौर्य ने कहा कि जब उनको फांसी देने जा रहे थे तो वह लेनिन को पढ़ रहे थे वह कहते हैं एक क्रांतिकारी दूसरे क्रांतिकारी को सलामी दे रहा है भगत सिंह को 500 से ज्यादा किताबों का अध्ययन था वह कहते थे हमें सिर्फ गोरेअंग्रेजों से ही आजादी नहीं चाहिए बल्कि भारत के अंदर काले अंग्रेजों से भी आजादी चाहिए वह किसान और मजदूर की सत्ता करना चाहते थे इस सभा को रियाज अहमद मंसूरी ,परमहंस भारती, सुशील यादव, आदि ने संबोधित किया इस सभा में संजय कुमार गौड़ सिकंदर कुमार संजय कुमार गुप्ता प्रदीप यादव सभासद अनिल यादव आदि मौजूद रहे ।

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