
नागपुर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि संघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि संघ एक वैचारिक संगठन है, जो समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर सलाह और सुझाव देता है, लेकिन किसी भी निर्णय पर अंतिम मुहर भाजपा ही लगाती है।
भागवत ने कहा कि वर्तमान में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के साथ आरएसएस का अच्छा समन्वय है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि संघ का परंपरागत तौर पर हर सरकार के साथ बेहतर तालमेल रहा है। चाहे राज्य सरकारें हों या केंद्र की सरकार, संघ हमेशा सहयोग और संवाद की भूमिका निभाता है।
आरएसएस प्रमुख ने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि शासन व्यवस्था के स्तर पर कुछ आंतरिक विरोधाभास बने रहते हैं, जिन्हें समय और संवाद के माध्यम से सुलझाया जाता है।
उन्होंने कहा, “हमारा हर सरकार के साथ अच्छा समन्वय रहा है। वर्तमान में भी केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ हमारा सहयोगात्मक रिश्ता है। संघ सुझाव देता है, लेकिन निर्णय लेने का अधिकार सरकार का ही है।”
राजनीतिक हलकों में अक्सर उठने वाले सवालों और अटकलों पर विराम लगाते हुए मोहन भागवत ने यह संदेश दिया कि संघ और भाजपा के बीच रिश्ते परस्पर सहयोग और संवाद पर आधारित हैं, न कि किसी टकराव पर।