भेड़िया आया-भेड़िया आया

सच बोलना मूलभूत प्रकृति व
संवेदनशील सहज प्रवृत्ति है,
झूठ सुनकर यदि हमें दुख होता है,
ऐसे झूठ से ग़ैर को भी दुख होता है।

जिस प्रकार झूठ सुनकर हमारी
ख़ुद की भावना आहत होती है,
वैसे ही हमारा झूठ सुनकर औरों
की भावना अत्यंत कष्ट पाती है।

बचपन में हम झूठ नहीं बोलते हैं,
पर जैसे जैसे हम बड़े होते जाते हैं,
लोभ, मोह से घिरने लग जाते हैं,
स्वार्थवश झूठ बोलना सीख लेते हैं।

किसी भले के लिए बोला झूठ,
प्रिय झूठ की श्रेणी में आता है,
लालच के वश में नुकसान पहुँचाने
वाले झूठ से बहुत पछतावा होता है।

“भेड़िया आया-भेड़िया आया” की
झूठी कहानी बचपन से सुनते आये हैं,
आदित्य ऐसा करने वाले औरों का
व अपनों का भी विश्वास खो देते हैं।

कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’

rkpnews@somnath

Recent Posts

प्रदेश में लम्पी रोग पर सख़्ती, कृषि मंत्री ने की उच्चस्तरीय समीक्षा

लखनऊ।(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रविवार को पशुओं…

17 minutes ago

भीषण सड़क हादसे मे दो की मौत एक घायल लोगों में मचा हड़कंप

शाहजहांपुर(राष्ट्र को परम्परा)खुटार थाना क्षेत्र के गांव लौंहगापुर जंगल में रविवार की सुबह एक दर्दनाक…

1 hour ago

रेल में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधा को लागू करे सरकार

देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)। रविवार को भीखमपुर रोड स्थित सुहेलदेव सम्मान स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय…

1 hour ago

“पानी से नहीं, नीतियों से हारी ज़िंदगी”

बार-बार दोहराई गई त्रासदी, बाढ़ प्रबंधन क्यों है अधूरा सपना? हरियाणा और उत्तर भारत के…

1 hour ago

महिलाओं ने जीवित्पुत्रिका व्रत रख मांगी संतान की दीर्घायु की कामना

बघौचघाट,देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) देवरिया के पथरदेवा एवं बघौचघाट क्षेत्र में जितिया पर्व पर महिलाओं ने…

1 hour ago

राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के तीन ब्लाकों की ब्लॉक इकाई गठित

देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा)।राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के पदाधिकारियों की बैठक रविवार प्रदेश संगठन मंत्री…

1 hour ago