November 2, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

ईश्वरपुर के ग्रामवासी नरकीय जिंदगी जीने पर मजबूर

आजमगढ़(राष्ट्र की परम्परा)
यही है विकसित भारत संकल्प योजना मुहम्मद पुर ब्लाक अंतर गत ग्राम ईश्वर पुर वासियों का कहना है कि, हमारे ग्राम सभा में विकास की गंगा की नदी बह रही हैं सरकार विकास के नाम से पानी की तरह पैसा बहा रही है हर गांव के अंदर नली रोड खड़ंजा होना चाहिए, लेकिन विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से आज भी ग्रामीण विकास की राह ढूंढ रहे हैं। सूत्र, ग्राम ईश्वरपुर की विकास की एक तस्वीर दिखा रहे हैं विभागीय कर्मचारी विकास के नाम से सरकार को लूटने का कार्य करते है। जिससे आने वाले समय में यही भोली भाली जनता सरकार से सवाल जवाब करती है। चुनाव आते ही नेता प्रधान विकास का ढिंढोरा पीटते है चुनाव खत्म होते ही सपने में भी नहीं आते ग्रामीणों का कहना है कि रोड की ऐसी स्थिति को देखते हुए हम लोगों के बच्चे विद्यालय जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग अपने बच्चों को जब विद्यालय लेकर जाते हैं और रोड पर पानी भरा होने के कारण अगल-बगल में पोखरी है हम लोगों को डर सताता है कहीं बच्चे हम लोगों के पोखरी में फिसल न जाए कुछ ग्रामीण जब इस बैतरनी नदी को पार कर रहे थे उनसे बात हुई तो उन्होंने कहा कि भैया हम लोगों की आदत बन चुकी है यह कई वर्षों से हम लोग इसको झेलते हैं, कुछ महिलाओं ने कहा कि इस रोड पर जाने के लिए हम लोग इंतजार करते हैं की कोई पुरुष पीछे तो नहीं आ रहा है हम अपनी दास्तान को क्या बताएं इसमें विभागीय कर्मचारियों को विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है जिससे ग्रामीणों की समस्या का समाधान हो जाए l