सभी 243 सीटों पर आबादी के हिसाब से दिए जाएंगे टिकट
दो अक्टूबर को राजनीतिक दल में तब्दील हो जाएगा जन सुराज
पटना(राष्ट्र की परम्परा)
जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर ने कहा है कि कथित सेकुलर पार्टियां बिहार में अल्पसंख्यकों को ठगती रही है, जिससे उनका विकास नहीं हो सका। इन दलों द्वारा आबादी के अनुसार राजनीति में भागीदारी भी नहीं दी गई और कभी उस अनुपात में टिकट भी नहीं दिया। जन सुराज की घोषणा है कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी हर हाल में दी जाएगी। संगठन में भी और राजनीति में भी। प्रशांत किशोर किशनगंज जिले के ठाकुरगंज और बहादुरगंज में अल्पसंख्यकों द्वारा आयोजित महती जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजद, जदयू और कांग्रेस सभी ने अभी तक आपके साथ धोखाधड़ी की है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में बताया गया कि मुसलमानों की हालत देश में दलितों से भी बदतर है।उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी और बिहार में लालू प्रसाद यादव की, अगर ये दोनों आपके हितैषी होते तो सच्चर कमेटी की अनुशंसा लागू कर दिए होते। प्रशांत किशोर ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज शिक्षा में सबसे पीछे है तो गरीबी और बेरोज़गारी में भी सबसे ज्यादा, जिन्हें आप अबतक अपना रहनुमा बना बैठे थे उन्हीं ने आपको इस दुर्दशा तक पहुंचाया है। वो रहबर नहीं रहजन साबित हुआ। उक्त जानकारी आज़ यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि प्रशांत किशोर ने कहा है कि देश में नाथूराम गोडसे की विचारधारा को भाजपा और आरएसएस फैला कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहीं हैं। आज़ जरूरत है महात्मा गांधी की विचारधारा को पुनर्जीवित किया जाए। महात्मा गांधी के विचारों के साथ चलकर ही देश की एकता और अखंडता को मजबूत रखा जा सकता है। प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि आप को आपके रहनुमाओं ( राजद,कांग्रेस और जदयू) ने पढ़ाया होता और रोजगार की व्यवस्था की होती तो आपके समाज की हालत सुधर गई होती। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पलटू राम बताते हुए उन्होंने कहा कि यह अब किसी भी बिहारी के भरोसे के लायक नहीं है। आगामी चुनाव में जदयू का सूपड़ा साफ हो जाएगा। कभी राजद तो कभी भाजपा के साथ जाकर खेला करने वाले नीतीश कुमार अब बिहार की राजनीति में अप्रासंगिक हो गये है। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कहा कि अपने बच्चों के मुस्तकबिल के लिए तथा सभी बिहारियों के कल्याण के लिए जन सुराज से बेहतर विकल्प कोई नहीं है। जन सुराज महात्मा गांधी के विचारों का मजबूत पैरोकार हैं और बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान अब अगले दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से राजनीतिक दल बन जाएगा। जन सुराज पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और आबादी के आधार पर विभिन्न जातियों से उम्मीदवार बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र से पांच -पांच उम्मीदवारों को चयनित कर उन्हें क्षेत्र में जनता के बीच भेजा जाएगा। इसी पांच में सबसे काबिल को संस्थापक सदस्यों की स्वीकृति पर उम्मीदवारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने दस प्रदेशों में अपनी कुशल रणनीति से विभिन्न दलों की सरकारें बनायी है। बिहार के बेटा होने के नाते अब बिहारी भाइयों की सरकार बनाने आया हूं। आप शेख, अंसारी, पठान,तुर्जापुरी,शेरशाहवादी ,कोल्हैया, शेखडा़ आदि बिरादरियों में बंटे हुए हैं। अब वक्त आ गया है कि सभी एक जुट होइए और फासीवादी व साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ने को तैयार होइए। बिना जद्दोजहद और कुर्बानी से आपका हक और हुकूक हासिल नहीं हो सकता। आपने जिसे रहनुमा माना वहीं आपका रहजन साबित हुआ है। ऐसे में जन सुराज ही आपका और सभी बिहारियों का साथी बनेगा।
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