
बाराबंकी (राष्ट्र की परम्परा) जिले के सूरतगंज क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय भिटौली का जहां पर पिछले 20 वर्ष से पहले से कुंडली मारे बैठे प्रधानाध्यापक विनय वर्मा का अभी तक स्थानांतरण तो हुआ नहीं, दूसरी ओर उन्होंने अपनी धर्मपत्नी का भी ट्रांसफर कंपोजिट विद्यालय भिटौली में करवा लिया है। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो कभी भोजन की दिक्कत तो नियमानुसार खाद्यान्न नहीं बनता है, कई बार इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई परंतु उच्च अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रहती है केवल आश्वासन मिलता है की जांच कर कार्रवाई की जाएगी, परंतु कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता है ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। आखिरकार उच्च अधिकारी इन लोगों पर इतनी मेहरबान क्यों सोचने लायक ही विषय है, आखिरकार इन लोगों का अभी तक स्थानांतरण क्यों नहीं किया गया। जब इस विषय में बेसिक शिक्षा अधिकारी बाराबंकी से फोन द्वारा वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि तैनाती के बाद रिटायरिंग तक अध्यापक एक ही स्कूल में रह सकता है अगर उससे कोई गलती हुई है तो बताएं। यह सोचने लायक बात आ रही है कि विभाग ही विभाग के प्रति कोई कार्रवाई नहीं करना चाह रहा है। सरकार कितने भी ठोस कदम उठा ले परंतु जब तक विभाग में उच्च अधिकारी सही रूप से ईमानदार नहीं होंगे तब तक इस समाज का कल्याण नहीं हो सकता है। जबकि नए अध्यापकों को मौका दिया जाए ताकि वह बच्चों को कुछ नया सीखा सके।
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