आगरा ( राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लड़ामदा गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। 26 वर्षीय युवक पुष्पेंद्र चौहान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब पुलिस की गहन जांच में यह खुलासा हुआ कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सोची-समझी हत्या थी — और वह भी किसी और ने नहीं, बल्कि पुष्पेंद्र के अपने पिता ने की थी।

मूल रूप से आत्महत्या का रूप देकर इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई थी। शुरूआती जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा था, लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की, तो कई विरोधाभासी तथ्य सामने आए।

पुलिस को मिला अहम सुराग
पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच से ऐसे संकेत मिले, जो आत्महत्या की थ्योरी को नकार रहे थे। शरीर पर चोट के निशान, गला दबाने के संकेत और घटनास्थल की स्थिति संदेह पैदा कर रही थी। गहराई से पूछताछ करने पर पुष्पेंद्र के पिता टूट गए और उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।

पारिवारिक कलह बना हत्या की वजह
पुलिस के अनुसार, पुष्पेंद्र और उसके पिता के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था। हत्या की रात दोनों के बीच कहासुनी हुई थी, जो इस जघन्य वारदात में बदल गई। गुस्से में आकर पिता ने अपने ही बेटे की जान ले ली और बाद में पूरे मामले को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।

गांव में शोक और हैरानी का माहौल
घटना के बाद गांव में शोक की लहर है। लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि एक पिता ऐसा भी कर सकता है। ग्रामीणों के मुताबिक, पुष्पेंद्र एक शांत और मेहनती युवक था।

पुलिस की तत्परता से खुला राज
थाना प्रभारी ने बताया कि शुरुआती भ्रम के बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तथ्यों के आधार पर तह तक पहुंची। आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।