लखनऊ।(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) उत्तर प्रदेश सरकार इस बार पर्यटन को नई पहचान देने जा रही है। नवंबर में पहली बार दुधवा नेशनल पार्क में दुधवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। तीन दिवसीय इस महोत्सव में आवासीय, सांस्कृतिक और वन्यजीव आधारित गतिविधियों का संगम होगा। खास बात यह है कि इस महोत्सव में विदेशी पर्यटकों के शामिल होने की भी संभावना है। तारीखों की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह महोत्सव अनोखा और यादगार होगा। आगंतुकों को दुधवा की प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ थारू जनजाति की अनोखी संस्कृति, खानपान, हस्तशिल्प और जीवनशैली को करीब से देखने-समझने का अवसर मिलेगा। इस आयोजन की थीम होगी— ‘ईको टूरिज्म, नेचर ऐंड कल्चर सेलिब्रेशन’।

क्या होगा खास? नेचर वॉक और बर्ड वॉचिंग सेशन,ग्रामीण कल्चरल टूर और थारू जनजातीय संस्कृति का अनुभव,प्रकृति के बीच योग और बच्चों के लिए इको कैंप,एडवेंचर एवं इको स्पोर्ट्स जैसे वाल क्लाइम्बिंग, साइकिल ट्रैक और इंडोर गेम्स,लग्जरी एवं डीलक्स टेंट में आवासीय सुविधा (कुल 250 टेंट—50 लग्जरी, 200 डीलक्स),आकर्षक सेल्फी जोन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

पर्यटकों के लिए विशेष इंतजाम महोत्सव के दौरान प्रतिदिन 1,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी। सुरक्षा की पुख्ता तैयारियों के साथ ही आयोजन स्थल पर आधुनिक सुविधाओं से लैस टेंट सिटी बनाई जाएगी।

पर्यटन विभाग के अनुसार, इस महोत्सव के जरिए न सिर्फ संरक्षण, संस्कृति, वेलनेस और रोमांच को एक साथ जोड़ने का प्रयास होगा, बल्कि दुधवा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इको-टूरिज्म हब के रूप में पहचान भी दिलाई जाएगी।