जनपद में 36.70 लाख से अधिक लोग कर चुके हैं दवाओं का सेवन
अंतिम मौका 13 सितंबर तक

बहराइच(राष्ट्र की परम्परा)
फाइलेरिया उन्मूलन हेतु चलाए जा रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम०डी०ए०) अभियान को लेकर शासन ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। यह अभियान 10 अगस्त, 2024 से शुरू हुआ था और अब अपने अंतिम चरण में है। कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश और अन्य कारणों से अभियान को समय पर पूरा नहीं किया जा सका जिसके चलते माप-अप राउंड चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत 13 सितंबर 2024 तक सभी छूटे हुए व्यक्तियों को दवा का सेवन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। इस सम्बन्ध में अपर निदेशक मलेरिया/ वी०बी०डी० ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को शासनादेश जारी कर निर्देशित किया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय शर्मा ने इस अभियान की महत्ता को समझाते हुए जनपद वासियों से अपील किया है कि “फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए दवा का सेवन ही मात्र अंतिम विकल्प है। फाइलेरिया से बचाव की यह दवाएँ पूरी तरह से सुरक्षित हैं और अभी तक जनपद में 36.70 लाख से अधिक लोगों को यह दवाएं खिलाई जा चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी में (लिम्फोडिमा) हाथ और पैरों व महिलाओं के स्तन में असामान्य सूजन आ जाती है। एक बार लक्षण आने के बाद इसका कोई इलाज नहीं है। अभियान के दौरान लिम्फोडिमा और हाइड्रोशील के संभावित रोगियों की पहचान कर उन्हें विशेष देखभाल की सलाह भी दी जा रही है जिससे रोग गंभीर न हो और दिव्यांगता की स्थिति न आने पाए।

सुरक्षित हैं दवाएं-

जिला फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी दीपमाला ने कहा कि डीईसी और एल्बेण्डाजोल दवाओं का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। लेकिन कुछ लोगों को दवा सेवन के बाद मतली,उल्टी,बुखार,खुजली और सिरदर्द जैसा अनुभव हो सकता है जो कुछ घंटों में स्वतः ठीक हो जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति के अन्दर फाइलेरिया के सूक्ष्म परजीवी मौजूद हैं जो दवा सेवन के बाद नष्ट हो रहे हैं । उन्होंने बताया कि यदि यह सूक्ष्म परजीवी नष्ट न हों तो कुछ वर्षों बाद वयस्क कृमि का रूप ले लेते हैं और व्यक्ति को फाइलेरिया हो जाता है जिसका बाद में कोई इलाज नहीं है । ऐसे व्यक्तियों को घर के सभी सदस्यों को दवा का सेवन अवश्य कराना चाहिए।

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आम जनता से अपील की कि “यह अंतिम अवसर है। जिन लोगों ने अभी तक दवाओं का सेवन नहीं किया है वे इसे अवश्य लें और फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।