August 7, 2025

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तमिलनाडु में बिहार के मजदूर की संदिग्ध मौत

मोतिहारी के रंगीला का पेड़ से लटका मिला शव, परिवार में मातम

पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बिहार के मोतिहारी जिले के सुगौली थाना क्षेत्र के लमौनिया गांव का एक और होनहार बेटा परदेस में रोज़गार की तलाश में गया और लौट सका तो सिर्फ लाश बनकर। 21 वर्षीय रंगीला कुमार का शव तमिलनाडु के सिपकाट इंडस्ट्रियल ज़ोन के सिंबुलम इलाके में एक पेड़ से लटका मिला। इस घटना ने न सिर्फ उसके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।

रंगीला कुमार, विजय महतो का सबसे छोटा बेटा था। वह छह भाइयों और एक बहन में सबसे छोटा था और परिवार की आर्थिक बदहाली को देखकर कुछ महीने पहले ही तमिलनाडु गया था, जहां वह मजदूरी कर अपना और घर का पेट पाल रहा था। गांव वालों के अनुसार रंगीला बेहद मेहनती और सीधा-सादा स्वभाव का लड़का था।

गायब होने के 10 दिन बाद मिली लाश
करीब दस दिन पहले रंगीला अचानक लापता हो गया। उसके साथ काम करने वाले मजदूरों ने जब कई दिनों तक उसका कोई अता-पता नहीं पाया तो मामले की जानकारी रंगीला के परिवार और स्थानीय पुलिस को दी गई। तमिलनाडु पुलिस ने मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की। इस बीच बुधवार को उसका शव सिपकाट सिंबुलम क्षेत्र के एक पेड़ से लटका मिला।

हत्या या आत्महत्या? जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही तमिलनाडु पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है, लेकिन परिजन और ग्रामीण इस थ्योरी को मानने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि रंगीला आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकता। परिवार को संदेह है कि उसके साथ धोखा या हिंसा हुई है।

परिवार में कोहराम, गांव में मातमी सन्नाटा
रंगीला की मौत की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। वृद्ध माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। भाई-बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में हर आंख नम है और सभी प्रशासन से सच्चाई सामने लाने की मांग कर रहे हैं।

प्रशासन से न्याय की मांग
परिजनों ने बिहार सरकार से अपील की है कि वे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों को सख्त सजा दिलवाएं। इसके साथ ही रंगीला के शव को जल्द से जल्द बिहार लाकर अंतिम संस्कार की अनुमति देने की भी मांग की जा रही है।