November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

चुनावी बांड को सुप्रीम कोर्ट ने माना असंवैधानिक

चुनावी बांड पर आए फैसले का माकपा करती है स्वागत -का०सतीश कामरेड

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) सीपीआई (एम) चुनावी बांड योजना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी
जिसमे सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए चानव बांड योजना को असंवैधानिक बताया इस योजना के तहत जनवरी 2018 से जनवरी 2024 के बीच 16518 करोड़ रूपए के चुनावी बांड खरीदे गए थे । पिछले कुछ सालो में सामने आई रिपोर्ट में यह पता चला की इस योजना का सबसे बड़ा हिस्सा सत्ताधारी पार्टी भाजपा को मिला था ।इस चुनावी बांड के पारदर्शिता पर कई सवाल उठ रहे थे और ये आरोप लग रहा था की ये योजना काले धन को सफेद करने के लिए इस्तेमाल हो रही है ।चुनाव बांड के खिलाफ 2019 में माकपा नेता का०सीताराम येचुरी ने सुप्रीम कोर्ट में रिट दाखिल की थी जिसपर फैसला देते हुआ सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव बांड को बंद करने का आदेश दिया है । इस मुद्दे पर माकपा के नेता का०सतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुआ कहा की माकपा ने इस फैसले का स्वागत किया है । माकपा ने इस योजना का शुरू से ही विरोध किया ।