नेपाल क्लब में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजमणि पाण्डेय और छात्र नेताओं ने रखा विचार

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा) नेपाल क्लब गोरखपुर में आयोजित छात्र समागम सम्मेलन में छात्र राजनीति का गर्मागर्म मुद्दा फिर एक बार चर्चा में रहा। इस अवसर पर वर्ष 1972-73 में गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे राजमणि पाण्डेय ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए छात्रों से संयम और संगठन की अपील की।
उन्होंने कहा, “आप लोग यहां साल ओढ़ने या पहनने नहीं आए हैं। सबसे पहले शांति और अनुशासन बनाए रखें, तभी आपकी आवाज सरकार तक पहुंचेगी। छात्रसंघ चुनाव लोकतंत्र की नींव हैं, और इनकी बहाली के लिए संगठित होकर मांग करना आवश्यक है।”
इस दौरान छात्र नेता अन्नू पासवान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सम्मेलन स्थल पहुंचे और जोरदार नारेबाज़ी करते हुए छात्रसंघ चुनाव की बहाली की पुरज़ोर मांग उठाई। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति को दबाया नहीं जा सकता, और छात्रों को उनकी लोकतांत्रिक भागीदारी का हक मिलना चाहिए।
कार्यक्रम में पूर्व छात्र नेताओं, विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी भागीदारी रही। सभी ने एकमत से छात्रसंघ चुनाव की बहाली को शिक्षा और नेतृत्व विकास के लिए आवश्यक बताया।
सम्मेलन के अंत में एक संयुक्त प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें सरकार से मांग की गई कि जल्द से जल्द गोरखपुर विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा की जाए।