मनसा देवी मंदिर में भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायलश्रावण मास की भारी भीड़ के बीच हादसा, मंदिर परिसर में मची अफरा-तफरी - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

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मनसा देवी मंदिर में भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायलश्रावण मास की भारी भीड़ के बीच हादसा, मंदिर परिसर में मची अफरा-तफरी

हरिद्वार(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में शनिवार सुबह श्रावण मास की भीड़ के दौरान एक अचानक भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे के बाद मंदिर परिसर में चीख-पुकार मच गई और चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार को श्रावण मास के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे। मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार पर भीड़ अचानक बेकाबू हो गई, और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी दौरान कुछ श्रद्धालु नीचे गिर गए, जिन्हें संभालने के बजाय भीड़ उन्हें रौंदती चली गई।

प्रशासन और मेडिकल टीम मौके पर हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। कुछ श्रद्धालुओं की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

क्यों हुई भगदड़? प्राथमिक जानकारी के अनुसार, मंदिर में भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। श्रावण मास के चलते श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में पहुंच गई थी, लेकिन प्रवेश और निकास की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।

प्रशासनिक बयान हरिद्वार के जिलाधिकारी ने कहा कि, “मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है।” साथ ही, मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजा देने की घोषणा भी की गई है।

मृतकों की पहचान और आगे की कार्यवाही प्रशासन मृतकों की पहचान में जुटा है। पहचान होते ही उनके परिजनों को सूचित किया जाएगा। मंदिर प्रशासन से भी जवाब-तलब किया गया है कि इतनी भीड़ के बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए।

यह हादसा एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को उजागर करता है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह धैर्य बनाए रखें और प्रशासन का सहयोग करें।