
लखनऊ/प्रयागराज (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को अपने विधायक पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई जब एक दिन पहले ही पूजा पाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुले मंच से सराहना की थी।
प्रयागराज की विधायक पूजा पाल ने बुधवार को विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ज़ीरो टॉलरेंस नीति की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रयागराज में कानून-व्यवस्था सुधारने और महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री की नीतियाँ सराहनीय हैं। पूजा पाल ने अतीक अहमद जैसे माफिया और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए भी योगी सरकार को धन्यवाद दिया।
पति की हत्या का दर्द
पूजा पाल के पति राजू पाल, जो बसपा विधायक थे, की 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के आरोप में अतीक अहमद और उसके गिरोह का नाम सामने आया था। पूजा पाल ने विधानसभा में कहा, “मैं मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ कि उन्होंने मुझे तब न्याय दिलाया, जब किसी ने मेरी बात नहीं सुनी थी।”
सपा का सख्त रुख
योगी आदित्यनाथ की खुली प्रशंसा को समाजवादी पार्टी ने पार्टी लाइन से विचलन माना। पार्टी नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए पूजा पाल को निष्कासित करने का फैसला लिया। सपा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और आचरण के कारण यह कार्रवाई की गई है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
पूजा पाल के निष्कासन ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना सपा के अंदर अनुशासन पर पार्टी की सख्ती को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर यह भी संकेत देती है कि विपक्षी दलों में योगी सरकार की कुछ नीतियों को लेकर मतभेद की स्थिति बनी हुई है।
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