
कविता
आशा की ज्योति जलाये रखने से
निराशा और अंधकार मिट जाते हैं,
प्रयास, अभ्यास निरंतर करते रहने से,
सफलता, प्रसन्नता दोनो मिलते हैं।
इंसान के जीवन में धैर्य व साहस,
उसे सब कुछ हासिल करवा देते हैं,
इसलिए हिम्मत कभी नहीं हारना है,
कठिन समय में धैर्य बनाये रखना है।
इंसान जब अधिक सुखी हो जाते हैं,
उनके अहंकार अधिक बढ़ जाते हैं,
पर दुखी इंसान के धैर्य काम आते हैं,
सुख दुःख इंसान की परीक्षा लेते हैं।
हृदय से अमीर बनें, धनी तो होते ही हैं,
मूर्ति में भले स्वर्ण मुकुट लगा होता है,
किंतु नतमस्तक तो पत्थर की मूर्ति
एवं सीढ़ियों पर ही होना पड़ता है।
जहाँ हम नहीं होते हैं वहाँ हमारे गुण,
दोष ही हमारा प्रतिनिधित्व करते हैं,
मन व मस्तिष्क दोनो पैराशूट होते हैं,
खोले जाते हैं तभी ये काम करते है।
लोहे को कोई नहीं नष्ट कर सकता है,
पर उसकी जंग उसे नष्ट कर देती है,
इंसान को कोई नहीं नष्ट कर पाता,
बस उसकी सोच उसे नष्ट करती है।
अनाज़ के दानों व आनन्द के पलों को
आदित्य व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिये,
मुस्कुराते रहने से सेहत ठीक रहती है,
इसलिए सदा मुस्कुराते रहना चाहिये।
•कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
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