चुनाव आयोग फिर बढ़ा सकता है SIR दस्तावेज़ जमा करने की समय सीमा, यूपी में 29 लाख से अधिक फॉर्म लंबित
नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) दस्तावेज़ जमा करने की समय सीमा एक बार फिर बढ़ाने की संभावना जताई जा रही है। आज इन दस्तावेज़ों को जमा करने की मौजूदा अंतिम तिथि है, लेकिन बड़ी संख्या में लंबित फॉर्म को देखते हुए आयोग आज महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित कर सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने बताया कि राज्य में मतदाता सूची सत्यापन कार्य 99% से अधिक पूरा हो चुका है, फिर भी शेष फॉर्मों के सत्यापन के लिए आयोग से 14 दिन का अतिरिक्त समय मांगा गया है।
वर्तमान में 29 लाख से अधिक SIR सत्यापन प्रपत्र लंबित हैं, जिन्हें समय पर पूरा करना चुनौती बना हुआ है।
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पहले सत्यापन की अंतिम तिथि 4 दिसंबर थी, जिसे बढ़ाकर 11 दिसंबर किया गया था। अब पुनः समय सीमा बढ़ने की संभावना मजबूत मानी जा रही है।
सीईओ ने बताया कि 99.24% जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण पूरा हो चुका है।
अब तक 80.29% प्रपत्र मतदाताओं के हस्ताक्षर सहित प्राप्त, जबकि 18.85% प्रपत्र ‘मृत, स्थानांतरित, अनुपस्थित या दोहरा मतदाता’ जैसे कारणों से प्राप्त नहीं हो सके।
आंकड़ों के अनुसार—
2.91 करोड़ मतदाता – प्रपत्र प्राप्त नहीं
1.27 करोड़ – स्थायी रूप से स्थानांतरित
84.73 लाख – अनुपस्थित
45.95 लाख – मृत
23.69 लाख – दूसरे स्थान पर पंजीकृत
सीईओ ने सभी जिलाधिकारियों को मानचित्रण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है।
जिन मतदाताओं के नाम 2025 की मतदाता सूची में शामिल नहीं हैं, उन्हें फॉर्म-6 भरने को कहा जाएगा।
साथ ही 1 जनवरी 2026 को 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवाओं को भी फॉर्म-6 के माध्यम से पंजीकरण कराने की सलाह दी गई है।
राज्य के 14 जिलों, 132 विधानसभा क्षेत्रों और 1,43,509 मतदान केंद्रों में मतगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण पूरा हो चुका है, जिससे प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।
