
बेंगलुरु।(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) कर्नाटक कांग्रेस में संभावित बदलाव की अटकलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि मुख्यमंत्री बदलने या संगठन में फेरबदल का निर्णय पूरी तरह पार्टी हाईकमान के हाथ में है। उन्होंने कहा कि “कोई नहीं कह सकता कि हाईकमान में क्या चल रहा है। यह पूरी तरह पार्टी नेतृत्व पर निर्भर है।”
खड़गे ने यह बात कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला के कर्नाटक दौरे को लेकर उठ रहे राजनीतिक सवालों के जवाब में कही। उन्होंने कहा, “सुरजेवाला राज्य में आए हैं। वह पूछेंगे कि क्या चल रहा है और क्या हुआ है, इसकी जानकारी जुटाएंगे। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।”
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किसी भी तरह के सियासी संकट से इनकार करते हुए कहा कि रणदीप सुरजेवाला संगठन को मजबूत करने के मकसद से राज्य दौरे पर हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार पांच साल तक चट्टान की तरह चलेगी। हम पूरी एकता के साथ काम कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सुरजेवाला का दौरा संगठनात्मक मजबूती के लिए है न कि नेतृत्व परिवर्तन के लिए।
इस बीच राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने भी सुरजेवाला के दौरे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि वह क्यों आ रहे हैं, लेकिन संभवतः आगामी जिला पंचायत और तालुक पंचायत चुनावों के मद्देनज़र संगठनात्मक चर्चा हो सकती है।”
परमेश्वर ने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व का हस्तक्षेप सामान्य बात है। अगर कहीं मतभेद होते हैं तो उन्हें बातचीत से सुलझाना पार्टी की परंपरा है।
राज्य कांग्रेस में बीते कुछ समय से नेतृत्व को लेकर आंतरिक चर्चाएं तेज हैं। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच कथित मतभेदों की खबरें भी मीडिया में आ चुकी हैं। इन सबके बीच सुरजेवाला का दौरा और खड़गे का बयान नई राजनीतिक हलचल को जन्म दे रहा है।