
नैतिक शिक्षा के अभाव में छात्र अनुशासन हीन हो जाता है संजीव श्रीवास्तव( एडवोकेट)
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)l भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र स्थित देव संस्कृति ग्रामोदय इंटर कॉलेज रामपुर, रुपईडीहा के विद्यालय परिवार, अभिभावक व छात्रों की ओर से नैतिक शिक्षा पठन-पाठन विषयक पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। समापन अवसर पर वैदिक विधान से पूजन-अर्चन कर नशा उन्मूलन महाअभियान को सफल बनाने का सामूहिक संकल्प भी लिया गया। इसके साथ ही रिक्त चल रहे विद्यालय के प्रधानाचार्य पद पर प्रवक्ता शुभम श्रीवास्तव को प्रबंध तंत्र द्वारा पद भार ग्रहण कराया गया।
आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुए विद्यालय प्रबंधक संजीव श्रीवास्तव, एडवोकेट जिला अध्यक्ष वित्तविहीन प्रबंधक महासभा ने कहा कि नैतिक शिक्षा के अभाव में छात्र अनुशासनहीन हो जाता है और समाज मे अराजकता पैदा करता हैl यह सभ्य समाज के लिए घातक हैl इसपर विराम न लगाया गया तो हालात भयावह होंगे तथा सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न हो जायगा और छात्र का भविष्य भी अंधकारमय हो जायगा।विद्यालय प्रबंधक ने शिक्षक व अभिभावकों का आवाहन करते हुए कहा की , राष्ट्रधर्म आधारित समाजिक शिक्षा देकर हमे छात्रों के व्यक्तित्व को समाज उपयोगी बनाने का प्रभावी प्रयास करना चाहिए यह तभी सम्भव है जबकि शिक्षक अभिभावक संयुक्त रूप से परस्पर संयुक्त संवाद बनाकर छात्रों को शिक्षित व प्रशिक्षित करें , छात्र सेवा समपर्ण योग व व्यायाम आदि का भी प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा सामाजिक गतिविधियों में सहभाग करेंlपरिचर्चा का संचालन वरिष्ठ समाजसेवी पत्रकार धीरेंद्र शर्मा ने कियाl
कार्यक्रम की अध्यक्षता माध्यमिक शिक्षक संघ वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव ने कियाlप्रबंधन की संस्तुति पर प्राचार्य शुभम श्रीवास्तव को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पद भार ग्रहण कराया गया।आयोजित परिचर्चा के प्रमुख रूप से एकल विद्यालय संचालक अर्जुन कुमार , निखिल प्रसाद , शिक्षक राकेश कुमार , रामकिशोर , मंजू शर्मा , संतोष कुमार यादव , कमलेश पाठक , सुरेश कुमार , प्रवक्ता केके श्रीवास्तव , वरूण श्रीवास्तव , समाजसेवी राम शंकर वर्मा एडवोकेट , प्रधान संगठन ब्लॉक संयोजक चंद्र प्रकाश मिश्र , मनमोहन , कमलेश , अभय , रामविलास , देवेंद्र व गोपेश यादव , समाजसेवी रामगोपाल बाबा आदि लोग उपस्थित रहे।समापन अवसर पर छात्र , अध्यापक , शिक्षक व प्रबंधन तंत्र ने सामूहिक रूप से नैतिक शिक्षा पठन पाठन का सतत प्रवाह चलाने का संकल्प लिया।