Wednesday, October 29, 2025
HomeUncategorizedक्राइमCBI को सौंपी जाए,श्रद्धा वालकर हत्याकांड पुलिस कस्टडी में हो सकती है...

CBI को सौंपी जाए,श्रद्धा वालकर हत्याकांड पुलिस कस्टडी में हो सकती है सबूतों के साथ छेड़छाड़? HC में दायर की गयी याचिका

नयी दिल्ली एजेंसी।पुलिस ने कोर्ट से अपराधी का नार्को टेस्ट करवाने की भी इजाजत ले ली हैं। 22 नवंबर को  अरोपी अफताब का नार्को टेस्ट किया जाएगा। श्रद्धा वालकर की हत्या को आफताब ने बहुत ही बारीकी से अंजाम दिया हैं। उसने श्रद्धा वालकर के शरीर के 35 टुकड़े किए और उन्हें महरौली के जंगल में अलग-अलग जगहों पर फैंका हैं। हत्या मई में की गयी थी लेकिन आरोपी का पता नवंबर में चला। ऐसे में अरोपी के खिलाफ सबूत इकठ्ठा नहीं हो पाये हैं। पुलिस को शक है कि अफताब पुलिस को पूरा सच नहीं बता रहा हैं। वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा हैं। उसके कई चीजों के जवाब काफी अजीब हैं। ऐसे में सबूतों के अभाव के कारण आफताब दोषी होने के बाद भी छूट सकता हैं। इस लिए श्रद्धा वालकर हत्याकांड को सीबीआई को सौंपने की मांग की जा रही हैं। 

दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर एक जनहित याचिका में श्रद्धा वालकर हत्याकांड की जांच दिल्ली पुलिस से केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। याचिका में आरोप लगाया गया कि वारदात से जुड़े स्थानों पर मीडिया और जनता की मौजूदगी सबूतों से छेड़छाड़ के बराबर है।’’ याचिका को बुधवार के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है। इसमें आरोप लगाया गया कि दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच से जुड़ी हर एक जानकारी मीडिया और जनता के समक्ष रख दी है, जिसकी कानून अनुमति नहीं देता। याचिका में दावा किया गया कि दिल्ली पुलिस ने वारदात से जुड़े स्थलों को अभी तक ‘सील’ नहीं किया है, जहां लगातार लोग और मीडिया कर्मी जा रहे हैं।

अधिवक्ता जोगिंदर तुली की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया कि मामले से जुड़ी संवेदनशील जानकारी दिल्ली पुलिस ने मीडिया के जरिए सार्वजनिक कर दी है, जिससे संवेदनशील सबूतों के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। याचिका में आरोप लगाया गया, ‘‘वारदात से जुड़े स्थलों, अदालती सुनवाई आदि स्थानों पर मीडिया व अन्य लोगों की मौजूदगी, वर्तमान मामले में सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ के बराबर है।’’

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments