मदरसा दारूल उलूम में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी सम्पन्न - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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मदरसा दारूल उलूम में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी सम्पन्न

छात्र-छात्राओं की विज्ञान प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र

सिकन्दरपुर /बलिया (राष्ट्र की परम्परा) स्थानीय मदरसा दारुल उलूम सरकार आसी में रविवार को भारत रत्न, मिसाइल मैन और युवाओं के प्रेरणास्रोत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 10वीं पुण्यतिथि पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मदरसे के छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे उपस्थित लोगों ने सराहा।

मदरसा के प्रधानाचार्य मोहम्मद रहमतुल्ला ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. कलाम का जीवन संघर्ष, विज्ञान और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने छात्रों से कहा कि कलाम साहब की तरह मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर देश सेवा का संकल्प लें।
उन्होंने यह भी कहा कि “मदरसे के छात्र अन्य बच्चों की तरह ही मेहनती और बुद्धिमान हैं। हमारी काबिलियत पर किसी को सवाल उठाने का अधिकार नहीं है। हम इस्लामी शिक्षा के साथ विज्ञान, अंग्रेजी और कंप्यूटर की पढ़ाई भी करते हैं।”

शिक्षक मु. हामिद और मु. आदिल ने कलाम साहब के जीवन का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए उनके प्रेरणादायी विचार साझा किए, जिनमें से एक था— “सपना वह नहीं जो आप सोते समय देखते हैं, बल्कि वह है जो आपको सोने नहीं देता।”

कार्यक्रम में शिक्षक-शिक्षणेत्तर कर्मी एहसान अहमद, मु. हामिद, फिरोज अख्तर, मु. इमाम अख्तर, मु. खुर्शीद, नसीम अहमद, मु. शोएब, शाहिद अली, मु. मोहासिन, वासिल अली, खुर्शीद अहमद, मु. आदिल, फसाहत हुसैन, मु. अलाउद्दीन, गुलाम मुजतबा, मु. फुर्कानुल्लाह, मु. असलम और वाहिद अली आदि उपस्थित रहे।