
भागलपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)।
मईल थाना क्षेत्र में खनन माफियाओं का पहुंच इतना है कि, वह बालू पर डाका डाल खनन माफिया बेलगाम होकर जहां चाहे वहां खनन करना प्रारंभ कर दिए हैं। सरयू नदी के डेंजर जोन में भी जो दोहरीघाट से लेकर सलेमपुर तहसील के छुरिया नदौली तक खनन माफिया का बोलबाला हैं और मनमाने ढंग से बालू खनन कर रहे हैं, जिसके वजह से चारों तरफ की सड़क पिंडी, नेम, तकिया, धरहरा इत्यादि की सड़के बदहाल हो चुकी है। बांध रोड बाढ़ के समय में काफी भयावह स्थिति पैदा कर सकता है। लेकिन इस पर शासन प्रशासन की कोई नजर नहीं है, ना ही बंधे को ठीक कराया जा रहा है, नहीं सड़कों की मरम्मत हो रही है। तमाम खबरों के द्वारा प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी खनन माफियाओं के आगे नतमस्तक है।
आपको बता दे कि खनन माफियाओं के मनमाने ढंग से खनन के परिपेक्ष में भागलपुर, ब्लाक छित्तूपुर के प्रधान द्वारा इसकी शिकायत की गई। शिकायत के बाद भी महीना दिन खनन माफिया बेलगाम होकर खनन करते रहे।
शिवा एंटरप्राइजेज द्वारा बलिया जनपद के खैरा गांव के रकबा नंबर 593 में 20 एकड़ बालू खनन का पट्टा है। पट्टा कहीं और खनन देवरिया जिले के चितरपुर में हो रहा है, जिसकी शिकायत ग्राम प्रधान लालमोहन ने जिला अधिकारी देवरिया से की। शिकायत पर डीएम अखंड प्रताप सिंह ने एसडीएम बरहज को जांच का आदेश दिया। नायब तहसीलदार रविंद्र मौर्य ने राजस्व टीम तथा मईल पुलिस के साथ पहुंच सीमांकन किया। सीमांकन में पाया गया कि यह खनन आवंटित पट्टे की जगह नहीं हो रही है। कहीं भी बोर्ड बैनर लगाकर यह नहीं लिखा गया है कि पट्टा कहां से कहां तक कितने एकड़ में करना है। कहीं सीमांकन नहीं है। मानमाने ढंग से खनन का कार्य चरम सीमा पर चल रहा है। जबकि इस नदी में अनेकों डेंजर जोन है। इस डेंजर जोन में खनन जोर-शोर से चल रहा है। पैना , नरियाव, सहिया, तकिया, नेमा इत्यादि जगहों पर भी खनन जोरो पर चल रहा है। शिकायत पर दलालों द्वारा समझौता गैंग सक्रिय हो जाता है। फिलहाल इस समय तत्काल प्रभाव से अवैध खनन पर रोक लगा हुआ है।
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