
मुंबई (राष्ट्र की परम्परा )मालाड पूर्व स्थित दीनदयाल शिक्षण संस्थान संचालित स्वामी विवेकानंद हायस्कूल व कॉलेज ने “नशामुक्त कुरार, सुरक्षित समृद्ध युवा जनजागृती हमारी, सामाजिक जिम्मेदारी” अभियान की शुरुवात की है, इस अभियान में आईआरएस समीर वानखेड़े मुख्य अतिथि और मार्गदर्शक वक्ता के रूप में शामिल हुए और विद्यार्थियों से सीधा संवाद साधा। नशा क्या है? इस मुद्दे को सरल भाषा में समझाकर और इस नशे की बढ़ती समस्या और युवाओं में तेजी से फैलते इस जहर से कैसे दूर रहा जाए और इसे कैसे रोका जाए, इसमें पालक और शिक्षक की अहम भूमिका पर भी जोर दिया। साथ ही विद्यार्थियों से संवाद के दरम्यान फिल्मी हीरो की बजाय हमारे रियल हीरो जीवन के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज, भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, बाजी प्रभु,मंगल पांडे और देश पर अपने प्राण न्योछावर करनेवाले प्रत्येक महापुरुष की जीवन गाथा को पढ़कर उन्हें पूजना चाहिए, उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना चाहिए इस बात पर भी जोर दिया।
समीर वानखेड़े के मुताबिक “स्लम पॉकेट में स्कूल मैनेजमेंट जरूरतमंद बच्चों के लिए अच्छा कार्य कर रहा है, इसकी सराहना करते हुए नशे से डरना नहीं, बल्कि लड़ना चाहिए और नशे के संदर्भ में कोई भी जानकारी प्राप्त होने पर फौरन पुलिस को सूचना देनी चाहिए, हमें पूरा विश्वास है कि इस नैतिक जिम्मेदारी को सभी मिलकर पूरा करें तो इस नशे मुक्ति के चैलेंज को दूर किया जा सकता है।”
इस मौके पर ट्रस्टी डॉ. नूतन सिंह ने “स्कूल के शैक्षणिक कार्यों का जिक्र करते हुए इसमें सहयोग करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया, साथ ही समीर वानखेड़े की तारीफ करते हुए कहा कि जो व्यक्ति समाज के लिए अच्छा कार्य करते हैं और वही व्यक्ति समाज में आकर अपने सभी अनुभवों को सामने रखता है तो उसका काफी असर पड़ता है, लोगों की जीवन-शैली पर उसका अच्छा प्रभाव पड़ता है।
इस अवसर पर होनहार विद्यार्थियों और भारत के आने वाले भविष्य को सुदृढ बनाने का अच्छा कार्य कर रहे शिक्षकों का सम्मान किया।
इस मौके पर आत्मसम्मान मंच के अध्यक्ष एडवोकेट नित्यानंद शर्मा, समाजसेवी, शिक्षा जगत और समाज के लिए तत्परता से काम करने वाले सम्मानित लोग एवं पालक वर्ग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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