
सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) उच्च प्राथमिक विद्यालय मझवालिया न 4 पर संत रविदास जयंती बड़े ही धूम धाम से मनाया गया बच्चो को संत रविदास के विषय में जानकारी दी गई और उन्हें उनके कार्यों के विषय में बताया गया ।जो उन्होंने कहा था मन चंगा तो कठौती मे गंगा बच्चो को रविदास जी के कर्म और जीवनी के बारे में सहायक अध्यापिका मधुकांति चौधरी ने विस्तार से बताया और प्रभारी प्रधानाध्यापक अभिषेक सिंह ने बच्चो को जानकारी देते हुए बताया की इनका जन्म माघ मास की पूर्णिमा तिथि संवत 1388 को हुआ था। इनके पिता का नाम राहू और माता का नाम करमा था। इनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता हैं इन्हें संत रविदास, गुरु रविदास, रैदास, रूहिदास और रोहिदास जैसे कई नामों से जाना जाता हैं। रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। संत रविवास जी बेहद धार्मिक स्वभाव के थे। वे भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक थे। संत रविदास जी ने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। इन्होंने लोगों को बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी, और इसी तरह से वे भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए। उनके उपदेशों और शिक्षाओं से आज भी समाज को मार्गदर्शन मिलता है। बच्चो से उनके आदर्श पर चलने की बात कही ।
More Stories
यातायात नियमों की अनदेखी पर 96 वाहनों का ई-चालान, 4 सीज
आरएसएस के सह प्रांत प्रचारक गोरक्षप्रान्त सुरजीत ने किया पौधरोपण
कालाजार उन्मूलन की मुहिम में जुटी “साइकिल वाली दीदी” पिंकी चौहान