नाली निर्माण को लेकर मझवलिया गांव में बवाल, पथराव में तीन पुलिसकर्मी घायल, आधा दर्जन हिरासत में - राष्ट्र की परम्परा
August 19, 2025

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नाली निर्माण को लेकर मझवलिया गांव में बवाल, पथराव में तीन पुलिसकर्मी घायल, आधा दर्जन हिरासत में

बलिया, सिकन्दरपुर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
सिकंदरपुर तहसील के मझवलिया गांव में बुधवार को नाली निर्माण को लेकर भारी बवाल मच गया। विकास कार्य के दौरान उपजे विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया, जिसमें गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके पर पहुंचे राजस्व व पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक के सिर में गंभीर चोट आई है। पुलिस की सरकारी गाड़ी भी पथराव में क्षतिग्रस्त हो गई।

घटना के संबंध में जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पथराव के बाद घायलों को तत्काल जिला अस्पताल रेफर किया गया है। मामले में आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

मालूम हो कि ग्राम पंचायत अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह की शिकायत पर बुधवार को नाली निर्माण के निरीक्षण हेतु प्रशासनिक टीम गांव पहुंची थी। इस टीम में नायब तहसीलदार सीपी यादव भी मौजूद थे। मौके पर पहुंचते ही कुछ उपद्रवी लोगों ने पुलिस और राजस्व कर्मियों पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव में करीब 50 मीटर लंबी नाली का निर्माण प्रस्तावित था, जिसमें से 30 मीटर कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका था। शेष कार्य के दौरान कुछ ग्रामीणों द्वारा निर्माण को बाधित किया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जिस स्थान पर नाली का निर्माण कराया जा रहा है, वह खड़ंजा 1995 में निर्मित हुआ था, और इस बारे में प्रशासन को पहले से जानकारी थी।

पथराव की घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है, जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि विकास कार्य में बाधा डालने और सरकारी कार्य में रुकावट उत्पन्न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें पूर्व विधायक भगवान पाठक ने अपने फेसबुक पेज पर घटना की निंदा करते हुए लिखा,
“यह कृत्य निंदनीय है। मैं जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मांग करता हूं कि दोषियों को अविलंब दंडित कर, दूबे परिवार को न्याय प्रदान किया जाए।”
पूर्व विधायक का यह बयान भी अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

फिलहाल गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।