Wednesday, October 29, 2025
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प्रकृति इंटरनेशनल स्कूल चुरामन चक में धूम धाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस

कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)जनपद के प्रकृति इन्टरनेशनल स्कूल, चुरामन चक, खोठ्ठा कुशीनगर द्वारा 76वां गणतंत्र दिवस पूरी धूमधाम से मनाया गया। प्रातः 8ः30 पर विद्यालय प्रागंण में मुख्य अतिथि शोभित मोहन दास द्वारा ध्वाजोरोहण किया गया । इसके उपरान्त देशभक्ति के गीत एवं नाटकों के माध्यम से भारत के स्वाधीनता आन्दोलन एवं पूर्ण स्वराज्य की प्राप्ति की झांकी प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष अरविन्द श्रीवास्तव ने उपस्थित नागरिकों एवं बच्चों का आवाह्न किया कि 26 जनवरी, 1950 को जो संविधान भारत के लोगों के लिये आत्मार्पित किया गया है, उससे सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले हैं। 75 वर्षो के गणतंत्र के बाद अब हम पूरी तरह परिपक्व होकर नये भारत के निर्माण में रंगभेद, पंथभेद, छुआछूत, जातिवाद, अमीरी, गरीबी को भुलाकर भारत को विकास के नये क्षितिज पर ले जाने के लिये एकजुट होकर कार्य करें।
विद्यालय की संचालिका सोनल श्रीवास्तव द्वारा संविधान का निर्माण कैसे हुआ और इससे सभी भारतीयों को एक सूत्र में बाधा गया। भारतीय संविधान विश्व का एकमात्र सबसे बड़ा लिखित संविधान है। हम अपने अधिकार की बात तो करते हैं, परन्तु अपने कर्तव्यों को भूल जाते है। एक अच्छे नागरिक के जो कर्तव्य हैं, उनका हमें पालन करना चाहिये। राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना रखें तथा निष्ठा पूर्वक जो भी कार्य सौंपे जाये उन्हें पूर्ण करें।

हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा, हम बदलेंगे, युग बदलेगा।

इसलिये सबसे पहले अपने में सुधार लाया जाये। प्रसिद्ध उद्योगपति शोभित मोहन दास जी ने विद्यालय के शिक्षकों को ग्रामीण छेत्र में आकर विद्या दान जैसे पुनीत कार्य के लिए साधुवाद देते हुये विद्यालय के उज्ज्वल भविष्य की कामना किया ।

प्राचार्य रविकान्त पटेल द्वारा गणतंत्र के ऐतिहासिक दिवस पर प्रकाश डालते हुये कहा गया कि करोड़ों वीर सपूतों के शहीद होने के उपरान्त हम आजाद हुये। आजाद भारत में अनेकों चुनौतियां थी, जिनका समाधान करने के लिये हमारे राजनेताओं ने संविधान का निर्माण 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन में किया। संविधान सभा में मुख्य भूमिका डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद एवं डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने निभाई। संविधान ने हमे एक सूत्र में बाधा और आज इसी संविधान के कारण हम विश्व में सबसे अलग निखर कर सामने आये हैं। आज के दिन हमें यह संकल्प लेना है कि हम एकजुट होकर अपने देश को आगे बढ़ाये। उन्होंने सभी बच्चो, टीचर्स व मुख्य अतिथि को धन्यवाद दिया ।

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