🌞 विस्तृत पंचांग — 05 दिसंबर 2025 (शुक्रवार)
तिथि / संवत्सर / पक्ष
विक्रम संवत : 2082 (कालयुक्त)
शक संवत : 1947, संवत् नाम : विश्वावसु
माह (पूर्णिमांत) : पौष (कृष्ण पक्ष)
तिथि : कृष्ण पक्ष प्रतिपदा — 12:55 AM तक, उसके पश्चात द्वितीया शुरू।
वार : शुक्रवार
नक्षत्र :दिन की शुरुआत में — रोहिणी नक्षत्र (प्रातः 11:46 AM तक)
उसके बाद — मृगशीर्षा नक्षत्र
योग :सिद्ध योग — प्रातः 08:08 AM तक
साध्य योग — उसके बाद (दोपहर तक), फिर शुभ योग
करण :बालव — 02:48 PM तक
तत्पश्चात कौलव — 12:56 AM तक अगले दिन
फिर तैतिल
सूर्य और चन्द्रमा समय :
सूर्योदय — 06:58 AM
सूर्यास्त — 05:36 PM
चन्द्रमा वृषभ राशि में रहेगा — 10:15 PM तक, उसके बाद मिथुन राशि में संचार करेगा
राहु काल / अशुभ समय :
राहु काल — 10:57 AM से 12:17 PM तक
यम-गण्ड, कुलिक काल, दुर्मुहूर्त, वर्ज्यम् आदि — (यदि विवरण हो तो पंचांग अनुसार देखना चाहिए)
शुभ मुहूर्त / शुभ काल :
उदाहरण के लिए, दिन में “अभिजीत मुहूर्त” आदि (अगर पंचांग उपलब्ध हो) — शुभ कार्य के लिए अनुकूल समय देखने योग्य।
चन्द्र-मास, ऋतु आदि :
चन्द्र मास (पूर्णिमांत क्रमानुसार) : पौष
ऋतु : हेमंत / शीतकालीन ऋतु (दिसंबर)
✨ अतिरिक्त सलाह — यात्रा, भोजन, कार्य आदि
यात्रा, नए काम, पूजा-पाठ, व्रत आदि राहु-काल (10:57 AM–12:17 PM) में न करें।
शुभ मुहूर्त (जैसे अभिजीत आदि), योग-करण, नक्षत्र आदि देखकर कार्य आरंभ करें।
भोजन में साधारण, हल्का, शुद्ध भोजन करें — अस्त-चाल, व्रत व अनावश्यक अतिशय से बचें।
यात्रा करते समय दोपहर (राहु-काल / अशुभ काल) से बचें — संभव हो तो सुबह या शाम के शुभ वेला का चयन करें।
📜 चेतावनी – यह पंचांग केवल सामान्य ज्योतिषीय दृष्टिकोण पर आधारित है। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय (जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, व्यापार आदि) के लिए कुशल ज्योतिषाचार्य से परामर्श आवश्यक है।
