देवरिया, (राष्ट्र की परम्परा) गांधी सभागार, विकास भवन देवरिया में मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) देवरिया की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सभी गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना, संचालन, प्रबंधन और अनुश्रवण की प्रगति की समीक्षा करना रहा। बैठक में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी, सभी खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत/नगर पालिका तथा पशुचिकित्सा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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बैठक में अधोहस्ताक्षरी द्वारा पिछली बैठक की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गई। इसके बाद सुकरौली के बृहद गो संरक्षण केंद्र में सिक रूम निर्माण, हरपुरकला, भैसाडाबर और घाटी के अस्थायी गो आश्रय स्थलों में विद्युतकरण, एस.एफ.सी. पूलिंग, तथा शीत ऋतु प्रबंधन को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि ठंड के मौसम में गोवंश को सुरक्षित रखने हेतु पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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इसके साथ ही खाद व पराली संग्रहण, गोबर उत्पादन व उसका उपयोग, चारागाह विकास, चारे का उत्पादन, साइलेंज निर्माण, तथा संकेन्द्रित राशन क्रय और भुगतान की भी गहन समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि गोवंश आश्रय स्थलों में सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाएँ, जैसे पानी, चारा, बिजली, आवास व देखभाल से जुड़ी व्यवस्थाएँ समयबद्ध रूप से पूरी की जाएँ।
सीडीओ ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक अधिकारी अपनी निरीक्षण आख्या समय से पोर्टल पर अपलोड करें एवं गोवंश संरक्षण से जुड़ी सूचनाएँ वास्तविक समय में उपलब्ध कराएँ। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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बैठक का मुख्य संदेश था कि देवरिया जिले में गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन व प्रबंधन को शत-प्रतिशत प्रभावी एवं पारदर्शी बनाया जाए, जिससे बेसहारा गोवंश को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध हो सके।
