नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)लगातार कई दिनों तक इंडिगो की उड़ानों में बाधा आने के बाद देशभर के लाखों यात्रियों के सामने यात्रा का गंभीर संकट खड़ा हो गया था। ऐसे समय में भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई हैं। शनिवार को रेलवे ने प्रमुख गलियारों पर कई स्पेशल ट्रेनें शुरू करने के साथ ही लंबी दूरी की लोकप्रिय ट्रेनों में अतिरिक्त एसी कोच जोड़कर सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इसका सीधा लाभ उन यात्रियों को मिल रहा है, जो अब हवाई यात्रा के विकल्प के तौर पर रेल मार्ग का सहारा ले रहे हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार मध्य, पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी रेलवे जोनों ने विशेष सेवाएं शुरू कर दी हैं। पुणे-बेंगलुरु, पुणे-दिल्ली, मुंबई-नई दिल्ली, मुंबई-गोवा, लखनऊ-मुंबई, नागपुर-मुंबई और गोरखपुर-मुंबई जैसे व्यस्त रूट्स पर भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। वहीं पूर्वी रेलवे ने हावड़ा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन की घोषणा की है, जो 6 दिसंबर को रवाना होकर 8 दिसंबर को वापसी करेगी।
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पश्चिमी तट पर बढ़ती छुट्टियों और वीकेंड ट्रैफिक को देखते हुए 7 दिसंबर को एक आरक्षित मुंबई-मडगाँव स्पेशल ट्रेन भी चलेगी, जिसकी वापसी यात्रा अगले दिन निर्धारित है। रेलवे ने साफ किया है कि यात्रियों की मांग का रियल-टाइम आकलन करते हुए और भी भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
सिर्फ नई ट्रेनें ही नहीं, बल्कि मौजूदा सेवाओं में अतिरिक्त कोच जोड़कर भी बड़ी क्षमता बढ़ाई गई है। बेंगलुरु-अगरतला हमसफर एक्सप्रेस, मंगलुरु-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस और मुंबई-मंगलुरु सेक्टर की ट्रेनों में अतिरिक्त एसी कोच जोड़े गए हैं। कुल 37 ट्रेनों में 116 नए कोच लगाए गए हैं, जिससे 114 अतिरिक्त फेरे संचालित किए जा रहे हैं और करीब 4.9 लाख यात्रियों को फायदा मिल रहा है।
उत्तर रेलवे ने भी जम्मू और डिब्रूगढ़ राजधानी ट्रेनों में 3एसी कोच और चंडीगढ़ व अमृतसर शताब्दी में अतिरिक्त चेयर कार जोड़कर सेवाएं सशक्त की हैं। इस समय रेलवे नेटवर्क रोजाना करीब 35,000 अतिरिक्त यात्रियों को संभाल रहा है और आने वाले दिनों में लगभग 26 लाख यात्रियों को सेवा देने की तैयारी में है। साफ है कि भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें इस मुश्किल दौर में देश की यात्रा व्यवस्था को मजबूत सहारा दे रही हैं।
