November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

राहुल का वार, पूछा- वे ‘जय श्रीराम’ बोलते हैं, ‘जय सियाराम’ और ‘हे राम’ क्यों नहीं?

नयी दिल्ली एजेंसी।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। फिलहाल कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर बड़ा आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग अपना जीवन भगवान राम की तरह नहीं जीते। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कह दिया कि वे महिलाओं के सम्मान के लिए नहीं लड़ रहे। अपने बयान में भाजपा पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वे जय श्रीराम कहते हैं, ना कि जय सियाराम क्योंकि वे सीता का पूजा नहीं करते हैं। राहुल गांधी का यह बयान कांग्रेस के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के रावण वाले बयान के बाद आया है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया था। 

राहुल गांधी ने जय सियाराम और जय श्रीराम में फर्क भी बताया। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि जय सियाराम और जय सीताराम का अर्थ यह है कि राम और सीता एक ही हैं। उन्होंने कहा कि जब आरएसएस में कोई महिला नहीं है, तो वह नारा कैसे दे सकते हैं। इसके बाद राहुल गांधी हे राम पर भी बोले। उन्होंने कहा कि गांधीजी हे राम कहा करते थे। फिर राहुल ने इसका मतलब भी बताया। उन्होंने कहा कि भगवान राम केवल एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि प्रेम, भाईचारे, सम्मान और तपस्या के प्रतीक जीवन का एक तरीका था। उन्होंने कहा कि हे राम कहने का मतलब है कि भगवान राम के आदर्श हमारे भीतर हैं और हमें उनका पालन करना है। 

राहुल ने साफ तौर पर कहा कि दूसरा नारा जय सियाराम है। इसका अर्थ है सीता और राम एक ही है। भगवान राम ने सीता के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जय श्री राम का मतलब है कि भगवान राम की जय हो, लेकिन भाजपा और आरएसएस के लोग उनकी (भगवान राम) तरह जीवन नहीं जी रहे और महिलाओं के सम्मान के लिए नहीं लड़ रहे।’ इस बीच, केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारों पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि किसानों को खाद नहीं मिल रही है और 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक का कर्ज नहीं चुकाने के लिए किसानों को परेशान किया जा रहा है।