नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए मंगलवार को दावा किया कि देश में युवाओं की बेरोजगारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा की गई “वोट चोरी” का सीधा नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों के हितों की अनदेखी कर रही है और लोकतांत्रिक संस्थानों पर कब्ज़ा करके सत्ता में बनी हुई है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया—
“भारत में युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है और यह सीधे तौर पर वोट चोरी से जुड़ी है। जब कोई भी सरकार जनता का विश्वास जीतकर सत्ता में आती है, तो उसका पहला कर्तव्य युवाओं को रोजगार और अवसर उपलब्ध कराना होता है। लेकिन भाजपा ईमानदारी से चुनाव नहीं जीतती। वे वोट चुराकर और संस्थानों को बंदी बनाकर सत्ता में बने रहते हैं।”
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कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि भाजपा के संस्थानों पर कब्ज़े के कारण नौकरियों में भारी गिरावट आई है, भर्ती प्रक्रियाएँ चरमराई हुई हैं और युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल प्रचार, मशहूर हस्तियों से प्रशंसा बटोरने और अरबपतियों के मुनाफ़े पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
राहुल गांधी ने लिखा कि देश का युवा कड़ी मेहनत करता है, सपने देखता है और संघर्ष करता है, लेकिन उसकी उम्मीदों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बदलाव आना तय है क्योंकि युवा न तो नौकरियों की लूट और न ही वोटों की चोरी को बर्दाश्त करेगा।
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गौरतलब है कि राहुल गांधी पहले भी कई बार व्यवस्थित चुनावी धांधली का आरोप लगा चुके हैं और दावा करते रहे हैं कि विपक्षी दलों के वोटों को निशाना बनाया गया है। इस बार उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि वे जल्द ही सबूतों का एक “हाइड्रोजन बम” जारी करेंगे, जो प्रधानमंत्री मोदी की कथित “वोट चोरी” की सच्चाई को सामने रख देगा।
20 सितंबर को वायनाड में आयोजित एक सभा में राहुल गांधी ने कहा था—
“हम एक ऐसा हाइड्रोजन बम उजागर करने जा रहे हैं जो स्थिति की वास्तविकता को पूरी तरह ध्वस्त कर देगा। हमारे पास 100 प्रतिशत सबूत हैं, बिना सबूत के मैं कुछ नहीं कह रहा हूँ। जल्द ही यह देश के सामने होगा।”
राहुल गांधी के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है और विपक्षी दलों में उत्सुकता है कि आखिर वे कौन से दस्तावेज़ या साक्ष्य पेश करने वाले हैं। वहीं भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेस नेता पर केवल “झूठी बयानबाज़ी” करने का आरोप लगाया है।