आजमगढ़(राष्ट्र की परम्परा)
तरवा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा बहलोलपुर दक्षिणी में उसी गांव के शिकायतकर्ता बृजराज यादव ने अधिकारियों को शिकायती पत्र दिए हुए थे की थी कि, हमारे ग्राम सभा में प्रधान सचिव की मिली भगत से कुछ आपात्रों व पात्रों को आवास दिया गया है जो मानक के अनुरूप नहीं बनाया गया है। इस संबंध में आजमगढ़ जिले से परियोजना निदेशक रिचा सिंह टीम गठित कर जांच के लिए पहुंची, और 15 आवासों की जांच की, जिसमे ज्यादातर आवास बने थे लेकिन उसके ऊपर करकट लगे हुए थे किंतु चुना सफाई नहीं हुई थी। रिचा सिंह ने आवास धारकों को चेतावनी दी कि यदि 15 दिन के अंदर लिंटर प्लस्टर चुना नहीं करवाया गया तो उनसे 18% ब्याज के साथ रिकवरी करवाई जाएगी, प्रश्न तो यह उठता है की चालीस हजार नींव के लिए सत्तर हजार छत दीवाल के लिए दस हजार पलस्तर चुना के लिए पैसा दिया जाता है तो आवास का पलस्तर और चुना क्यों नहीं हुआ पूरा पैसा पेमेंट कर दिया गया है। शिकायतकर्ता का कहना था कि हमने 62 आवास की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिए थे जिसमें 15 की जांच हुई, इस संबंध में परियोजना निर्देशकअधिकारी रिचा सिंह से मीडिया के लोग बात करने पहुंचे तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। वही इस संबंध में प्रधान से भी पूछा गया कि आप जांच के संबंध में कुछ कहना चाहते है तो प्रधान ने कहा हमें कुछ नहीं कहना है। प्रश्न तो यह उठता है कि जांच करने पहुंचे अधिकारी सच्चाई को बताने में कतराने क्यों लगी यह संशय का विषय बना हुआ है l
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