
करता नहीं है कोई कद्र किसी
अपने या पराये के एहसान की,
हर किसी को बस फ़िक्र रहती है
केवल मतलब के ताल्लुकात की।
दुनिया में हमें सब चीज मिल जाती है,
केवल अपनी गलती नही मिलती है,
एक बार हृदय की अदालत में जायें,
वहाँ गलत फैसले नहीं हुआ करते हैं।
दुनिया के बड़े अजूबों में सबसे बड़ा
विस्तृत क्षितिज अजूबा होता है,
उसी क्षितिज में जैसे सूर्य चमकता है,
वैसे ही ऊपर उठकर हमें चमकना है।
बेहतर से बेहतर की तलाश करनी है,
नदिया छोड़ सागर तलाश करनी है,
पत्थर की चोट से शीशा टूट जाता है,
पत्थर टूटे वो शीशा तलाश करना है।
वाह, आप कितना कमाल करते हो,
आपसे छोटी सी शंका क्या बतलाई,
उसका सीधा हल आपने कर डाला,
सारी समस्या का समाधान कर डाला।
इस पर भी एक कविता लिखनी होगी,
हर समस्या के समाधान भी शायद
धैर्य व शांतिपूर्वक ही हो सकते हैं,
धैर्य रख हम समाधान खोज लेते हैं।
आदित्य समाधान हुआ या नहीं,
समस्या क्षणिक होती है, हर सम्भव
सुलझाई व हल की जा सकती है,
असम्भव शब्द शब्दकोश में नहीं है।
डा० कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’, ‘विद्यावाचस्पति’
More Stories
सबको ख़ुश रख पाना मुश्किल काम
जाति और धर्म भाषा के नाम पर हम लड़े और लड़ कर बिखरते रहे
राम-कृष्ण की जन्मभूमि