
पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बिहार में फिलहाल मानसून की रफ्तार थमी हुई है, जिससे नदियों के जलस्तर में कमी आई है। इसके बावजूद राजधानी पटना के कई इलाके अब भी जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। स्थिति यह है कि लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
रामकृष्ण नगर की संचार कॉलोनी और ज्योतिष पथ में करीब 25 हजार से अधिक लोग पिछले 15 दिनों से पानी से घिरे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार पार्षद, विधायक और सांसद को शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।
इसी तरह वार्ड संख्या 56 के रानीपुर पैजावा, रानीपुर चकिया (दक्षिणी भाग) और नवविहार कॉलोनी में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। यहां करीब 235 घरों में रहने वाले 1500 लोग जलजमाव से फंसे हुए हैं। इन इलाकों में कमर तक पानी भरा हुआ है। लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम प्रशासन ने चार नावें उपलब्ध कराई हैं। नवविहार कॉलोनी में दो नाव, रानीपुर चकिया में एक और रानीपुर पैजावा में एक नाव लगाई गई है।
जानकारी के अनुसार, पुनपुन नदी के उफान पर होने के कारण उसका फाटक बंद कर दिया गया है। इससे पैजावा नहर से पानी की निकासी में दिक्कत आ रही है। यही कारण है कि पहाड़ी और आसपास के इलाकों में जलजमाव बना हुआ है।
वहीं, गंगा नदी का जलस्तर घटने से दियारा क्षेत्र और दीघा के बिंद टोली समेत कई इलाकों में लोगों को राहत मिली है। शनिवार को गंगा का जलस्तर मनेर में 52.22 मीटर, दानापुर में 50.54 मीटर, दीघा घाट में 49.64 मीटर, गांधी घाट में 48.51 मीटर और बंका घाट में 46.62 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है।
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