
नई दिल्ली(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) संसद के मानसून सत्र में शुक्रवार को एक बार फिर विपक्ष के तीखे हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही। विपक्षी दलों के सांसद बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर लगातार दूसरे दिन भी सरकार को घेरते रहे। आरोपों-प्रत्यारोपों और नारेबाजी के बीच लोकसभा एवं राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार, 11 अगस्त तक स्थगित कर दी गई।
कार्यवाही की शुरुआत में लोकसभा और राज्यसभा में भारत छोड़ो आंदोलन की 83वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन के नेताओं ने उनके संघर्ष, बलिदान और देश की आज़ादी में दिए योगदान को याद किया।
लोकसभा ने इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को भी श्रद्धांजलि दी, जिनका 5 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। सांसदों ने दो मिनट का मौन रखकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।
विपक्ष का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में पारदर्शिता की कमी है और कई अनियमितताएं सामने आई हैं, जिस पर केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए। वहीं, सत्ता पक्ष ने आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष पर राजनीतिक लाभ के लिए संसद का समय बर्बाद करने का आरोप लगाया।
लगातार हो रहे हंगामे से महत्वपूर्ण विधायी कार्य ठप पड़े हैं और अब अगली कार्यवाही सोमवार को होगी, जिसमें इस मुद्दे पर टकराव जारी रहने की संभावना है।
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