दबंग हमलावरों की गुंडागर्दी के सामने पुलिस मूकदर्शक बनी
बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)। तुलसीपुर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने पत्रकार को बंधक बनाकर मारने पीटने की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पत्रकार को दबंगों के चंगुल से छुड़ाया। पुलिस की मौजूदगी में हमलावरों ने न सिर्फ़ बाद में पहुँचे पत्रकारों के साथ भी पुलिस के मौजूदगी में अभद्रता की।
पत्रकारों ने इस प्रकरण की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच व कार्यवाही की मांग की।
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुलसीपुर के अधीक्षक डॉक्टर सुमन सिंह चौहान ने पीड़ित पत्रकार साबिर को फ़ोन कर कहा कि लखनऊ पॉली क्लीनिक तुलसीपुर की जांच करने जा रहा हूं आकर कवरेज कर लें। अधीक्षक की सूचना पर जब कवरेज के लिए पत्रकार साबिर उपरोक्त क्लीनिक पर पहुंचे तो क्लीनिक के संचालक डॉक्टर आलोक सिंह ने पत्रकार को देखते ही आक्रोशित हो गए और अपने गुर्गो के साथ पत्रकार पर हमलवार हो गए। पत्रकार साबिर को अस्पताल संचालक व गुर्गो ने बेरहमी से मार पीट कर क्लीनिक के कमरे में बंधक बना लिया पत्रकार का मोबाइल फ़ोन जबरिया छीन कर तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हमलावरों के चंगुल से पीड़ित पत्रकार को छुड़ावाया और कोतवाली तुलसीपुर ले आई।यदि पुलिस के बिलम्ब से पहुँची होती तो पत्रकार के साथ अनहोनी घटना घट जाती।
इस घटना की तहरीर पत्रकार साबिर अली ने पुलिस को दिया है। पत्रकार पर जानलेवा हमले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पत्रकार थाने पहुंचे और फ़िर मामले की ख़बर निष्पक्ष होकर कवरेज करने के लिए हमलावरों को पक्ष जानने के लिए पहुंचे तो हमलावरों ने समस्त पत्रकारों के साथ भी अभद्रता करते हुए गाली गलौज शुरू कर दी यहाँ तक की कुछ दलित पत्रकारों को जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए अभद्रता किया।
मामला बिगड़ता देख संचालक ने अपने से सम्बंधित महिलाओं को आगे कर दिया महिलाएं सड़क पर उत्पात मचाने लगीं। पत्रकारों को फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देते हुए निर्वस्त्र हो गईं। इस प्रकरण की भी सूचना पत्रकारों ने पुलिस को दी तो मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स पहुंच गई। पुलिस की मौजूदगी में भी दबंगई, गाली गलौज और अभद्रता पर आमादा रहते हुए हुड़दंग और हंगामा होता रहा।
पत्रकारों का समूह एक प्रार्थना पत्र मुख्य चिकित्साधिकारी को देकर उपरोक्त क्लीनिक की जांच कराने की माँग भी किया है। सीएमओ ने एक जांच कमेटी गठित कर निष्पक्ष जांच का आश्वासन पत्रकारों को दिया है। अस्पताल संचालक के तरफ से राघवेंद्र सिंह पुत्र भानू प्रताप सिंह ने भी थाना कोतवाली तुलसीपुर में शिकायती प्रार्थना पत्र देकर अधीक्षक डॉक्टर सुमन सिंह पर प्रताड़ित कर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। वही पत्रकार साबिर पर गाली गलौज देने और मारपीट का भी आरोप लगाया है। पुलिस जहां पूरे प्रकरण की जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रही है । वहीं पत्रकार भी दबंग हमलावरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर सख़्त कार्यवाही के साथ ही उपरोक्त क्लीनिक के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। सयुक्त रूप से पत्रकारों ने कहा कि अगर पत्रकार साबिर अली के हमलावरों पर कार्यवाही नहीं की गई तो पत्रकार आंदोलन करने को विवश होंगे।
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