मुम्बई(राष्ट्र की परम्परा)
मानव धर्माचरण समिति ( रजि) मुम्बई के संस्थापक अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ( विद्रोही महाराज) ने कहा है कि, आजकल कुछ राजनैतिक पार्टियों के समर्थक रह चुके पीठों के शंकराचार्य उल – जलूल बयानबाजी कर रहे हैं जो बिल्कुल न्यायसंगत नहीं है।ऐसे शंकराचार्यों का खुलेआम विरोध करते हैं क्योंकि उनका बयान राजनीति से प्रेरित है। देव चरित्र बहुत ही नपुंसक होता है, जिसका विरोध स्वंय लक्ष्मण जी ने किया था। मोदी एवं उनकी पूरी टीम को यह श्रेय जाता है।अतः: अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर का उद्घाटन करने का अवसर सिर्फ और सिर्फ नरेन्द्र मोदी को ही मिलना चाहिए। विद्रोही ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यदि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का मंदिर संभव न होता। उन्होंने कहा कि यह ५०० सौ वर्षों की प्रतीक्षा के बाद आया हुआ हम सभी के लिए संयोग ही है। यह देश के लिए बहुत ही गौरवशाली दिन होगा।
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