July 12, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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सावन के पहले दिन देवघर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, बाबा नगरी बोल बम के जयकारों से गूंज उठी

देवघर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)आज से श्रावण मास का पावन आरंभ होते ही पूरे झारखंड, बिहार और देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर की ओर उमड़ पड़े हैं। सावन के पहले दिन ही बाबा की नगरी आस्था और भक्ति के रंग में रंगी नजर आई। पूरा वातावरण “बोल बम”, “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठा।

सुबह चार बजे से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो गई थी। सभी ने अरघा पद्धति से सुगम, व्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से जलार्पण कर बाबा बैद्यनाथ का पूजन-अर्चन किया।

सुरक्षा और व्यवस्था चाक-चौबंद

प्रशासन ने इस बार सुरक्षा और सुविधा के लिए बेहद सख्त और मजबूत इंतजाम किए हैं। ड्रोन कैमरों से निगरानी, महिला सुरक्षा बलों की तैनाती, मेडिकल टीम की व्यवस्था और जल वितरण केंद्रों की स्थापना की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डिजिटल एलईडी स्क्रीन, मार्गदर्शन केंद्र और विशेष साफ-सफाई व्यवस्था की गई है।


अन्य प्रमुख शिवधामों में भी श्रद्धालुओं की भीड़

🔹 त्रिकूट पर्वत स्थित त्रिकूटेश्वर महादेव मंदिर: यहां भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। यहां शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय भक्त विशेष मंत्रों का जाप कर रहे थे।

🔹 चितरा स्थित रामकृष्ण मिशन शिव मंदिर: इस मंदिर में साधु-संतों की टोली ने विशेष रुद्राभिषेक किया।

🔹 धामना स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर: सावन की शुरुआत पर यहां विशाल भंडारे और रात्रि जागरण का आयोजन हो रहा है।

🔹 कुंडा का वंशीधर मंदिर परिसर: जहां शिव-राम की संयुक्त पूजा होती है, वहां भी भक्तों ने विशेष भक्ति के साथ पूजा अर्पित की।


काँवरियों की श्रद्धा, नदियों से लेकर मंदिर तक का सफर

श्रद्धालु सुल्तानगंज से गंगा जल भरकर लगभग 105 किलोमीटर की पदयात्रा तय कर देवघर पहुंचते हैं। इस साल भी लाखों की संख्या में काँवरिये जल लेकर चल पड़े हैं। कांवर यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप, रिफ्रेशमेंट सेंटर, विश्राम स्थल और मोबाइल टॉयलेट्स की व्यापक व्यवस्था की गई है।


सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्तिमय आयोजन

देवघर में सावन की शुरुआत के साथ ही सांस्कृतिक संध्या, शिव तांडव स्तोत्र पाठ, और कव्वाली-भजन संध्या का भी आयोजन किया गया है। शिवभक्तों का उत्साह इस बार देखते ही बन रहा है।