एसटीएफ आरोपियों के बैंक खाते और वॉलेट खंगालेगी, कई बैंक मैनेजरों से मिलीभगत का खुलासा

लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)राजधानी में फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोन लेकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने वाले जालसाज गैंग का बड़ा खुलासा हुआ है। एसटीएफ ने जांच में पाया कि इस गिरोह ने लोगों के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर करीब 20 कार लोन और 20 मुद्रा लोन फर्जी तरीके से हासिल किए।
गिरफ्तार आरोपियों ने ठगी के धंधे से भारी-भरकम संपत्ति खड़ी कर ली थी। एसटीएफ अब आरोपियों के बैंक खाते और ई-वॉलेट की गहन जांच करने जा रही है। साथ ही बरामद कंप्यूटर और मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा गया है, ताकि डिजिटल साक्ष्य जुटाए जा सकें।
पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह ने केवल गिरफ्तार बैंक मैनेजर गौरव ही नहीं, बल्कि अन्य कई बैंकों के मैनेजरों से भी मिलीभगत की थी। इससे लोन पास कराने और रकम निकालने में उन्हें आसानी हुई।
मुख्य आरोपी नावेद हसन ने कबूल किया कि उसने वर्ष 2011 में हिंद ट्रांसपोर्ट नाम से एक कंपनी बनाई थी। कंपनी का पंजीकरण भी उसने फर्जी आधार कार्ड के सहारे कराया था।
एसटीएफ अब इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में इस प्रकरण में कई और बैंक अधिकारियों व दलालों पर शिकंजा कस सकता है।