पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। बिहार की सियासत में चुनावी तापमान तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। इसी बीच, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। राय ने तेजस्वी यादव को “भ्रष्टाचार का प्रतीक” बताते हुए कहा कि वे अपने परिवार के लिए धन-संपत्ति और साम्राज्य खड़ा करने में लगे रहे, जिसके कारण बिहार वर्षों पीछे चला गया।
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एएनआई से बातचीत में नित्यानंद राय ने कहा कि, “जिस व्यक्ति पर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो चुके हैं और जिसने अकूत संपत्ति अर्जित की है, वह अगर अब विकास की बात करता है तो यह बिहार की जनता के साथ मज़ाक है।” उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के परिवार की राजनीति केवल ‘अपनों को लाभ पहुंचाने’ तक सीमित रही है, न कि जनता की सेवा तक।
राय की यह टिप्पणी उस समय आई है जब तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि विपक्षी महागठबंधन बिहार की 20 साल पुरानी ‘बेकार डबल इंजन सरकार’ को उखाड़ फेंकेगा, जिसमें “एक इंजन भ्रष्ट और दूसरा आपराधिक” है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं, बल्कि “बिहार का भविष्य बनाने” की लड़ाई लड़ रहे हैं।
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वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी तेजस्वी यादव की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में 32.5 साल की सजा हुई है और तेजस्वी पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमे दर्ज हैं, तो जनता को सोच-समझकर फैसला लेना चाहिए।
भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार ने बिहार को विकास के नए पथ पर अग्रसर किया है, जबकि महागठबंधन केवल सत्ता की भूख में जनता को भ्रमित कर रहा है।
