ग्रेटर नोएडा (राष्ट्र की परम्परा) दहेज जैसी कुप्रथा ने एक और बेटी की जिंदगी निगल ली। ग्रेटर नोएडा में निक्की नाम की युवती को उसके ही पति ने कथित तौर पर जिंदा जला डाला, सिर्फ इसलिए क्योंकि मायके वाले उसकी दहेज की मांग पूरी नहीं कर पाए।

इस हृदयविदारक घटना ने लोगों का कलेजा तब और छलनी कर दिया जब निक्की के 6 वर्षीय बेटे ने अपनी आंखों से देखे मंजर को बयां किया। मासूम ने कहा – “मेरी मां के ऊपर कुछ डाला, फिर उनको थप्पड़ मारा और फिर लाइटर से आग लगा दी।” इस बयान ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।

पुलिस ने घटना के तुरंत बाद निक्की के पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया है और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। वहीं, निक्की का अधजला शव सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश की लहर है।

निक्की के पिता का दर्द भी शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने दामाद और उसके परिवार की हर मांग पूरी की थी – जिसमें स्कॉर्पियो गाड़ी और बुलेट मोटरसाइकिल देना भी शामिल था। इसके बावजूद उनकी बेटी को रोजाना प्रताड़ित किया गया और आखिरकार उसकी जान ले ली गई।

गुस्से और आंसुओं के बीच निक्की के पिता ने कहा – “अगर सरकार आरोपियों पर बुलडोजर नहीं चलाती और सबको सजा नहीं देती, तो मैं भूख हड़ताल करूंगा। यह योगी जी की सरकार है, न्याय होना ही चाहिए।”

निक्की की मौत ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक दहेज की आग बेटियों को निगलती रहेगी? मासूम बेटे की आंखों से देखी गई यह सच्चाई समाज को झकझोर रही है।