पं. दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों व विचारों को आत्मसात करने की जरूरत - राष्ट्र की परम्परा
August 19, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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पं. दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों व विचारों को आत्मसात करने की जरूरत

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के समाजशास्त्र विभाग में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 57वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभाग की पूर्व अध्यक्ष एवं आचार्य प्रो संगीता पांडेय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्मक मानववाद एवं इसकी वर्तमान प्रासंगिकता विषय पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता की सेवा एवं समाज के सभी वर्गों में समानता एवं एकता की भावना लाने में व्यतीत किया। पूर्व विभागाध्यक्ष एवं आचार्य प्रो. सुभी धुसिया ने विद्यार्थियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शों एवं विचारों को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में मंतोष कुमार यादव, प्रकृति, निधि, मोनिका, पूजा, विपिन, क्षमा, श्रुति, कीर्ति आदि विद्यार्थियों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन एवं कार्यों पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में विभाग के शोधार्थियों, परास्नातक चतुर्थ सेमेस्टर, द्वितीय सेमेस्टर एवं स्नातक के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया ।