वह चराचर जगत के स्वामी हैं,
सारा संसार उन्हीं पर आश्रित है,
वह देवों के देव हैं, महानतम हैं,
शक्तिशालियों में शक्तिशाली हैं।

ऐसे जगत के स्वामी ईश्वर को
अंतःकरण में ग्रहण करना चाहिये,
सबके पालनहार सुख दुख के प्रभू
मन – मंदिर में बसे रहना चाहिये।

मूर्ति कार गरीब कलाकार के लिए
भगवान बिकते हैं ख़ुद बाज़ारों में,
गरीब खा सकें दो बार दिन भर में,
बच्चे पाल पोष सकें अपने जीवन में।

ज्यादा कुछ नहीं बदल पाता है,
धन दौलत यश अपयश के साथ,
बचपन की जिद बदलती है जीवन
भर दुनिया के समझौतों के साथ।

मानव जीवन प्रकृति के संग चले,
जितना हो, प्रकृति की सुरक्षा करें,
आदित्य जल,ऊर्जा,पर्यावरण की,
प्रकृति से दोहन बिलकुल नहीं करें।

•कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’

rkpnews@desk

Recent Posts

सांदीपनि मॉडल विद्यालय में सृजन महोत्सव-2025 का भव्य आयोजन

चितरंगी/मध्य प्रदेश (राष्ट्र की परम्परा)। शासकीय सांदीपनि मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चितरंगी में मंगलवार को…

4 hours ago

कौशल विकास से रोजगार की ओर बढ़ते कदम

आगरा (राष्ट्र की परम्परा)l जनपद आगरा के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) बल्केश्वर में 23…

4 hours ago

महिलाआयोग अध्यक्ष डॉ. बबीता चौहान ने अधिकारियों को दिए त्वरित न्याय के निर्देश

आगरा (राष्ट्र की परम्परा)l उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता चौहान ने…

4 hours ago

बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के विरोध में आक्रोश, लगाए “बंगला देश मुर्दाबाद” के नारे

सलेमपुर/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)l सलेमपुर नगर के सोहनाग मोड़ पर मंगलवार को बांग्लादेश में हिंदू…

4 hours ago

विकास भवन में सुशासन पर मंथन, अधिकारियों को मिला प्रशासनिक मार्गदर्शन

आगरा(राष्ट्र की परम्परा)l सुशासन सप्ताह – प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद आगरा…

5 hours ago

30 दिसंबर तक स्वीकार होंगी पंचायत निर्वाचक नामावली पर आपत्तियां

आगरा।(राष्ट्र की परम्परा)जनपद आगरा में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारियों के तहत पंचायत निर्वाचक नामावली…

5 hours ago