धार्मिक मंच से महिलाओं की जीवनशैली और सोशल मीडिया को लेकर दिए बयान पर उठा विवाद

लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेकर कथावाचन करने वाले प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। हाल ही में एक धार्मिक कथा के दौरान उन्होंने लड़कियों की शादी की उम्र और उनके सामाजिक व्यवहार को लेकर टिप्पणी की, जिसे कई वर्गों ने आपत्तिजनक और स्त्री विरोधी बताया है।
कथावाचक ने अपने प्रवचन में कहा, “25 वर्ष से पहले लड़कियों की शादी हो जानी चाहिए, वरना उनके 4-5 बॉयफ्रेंड हो जाते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि आज की जीवनशैली और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने लड़कियों के वैवाहिक जीवन को अस्थिर बना दिया है।
उन्होंने कहा कि, “आजकल की लड़कियां सोशल मीडिया पर इतनी व्यस्त हो गई हैं कि परिवार और संस्कारों की प्राथमिकता पीछे छूटती जा रही है। जब तक लड़कियां पारंपरिक मूल्यों को नहीं अपनाएंगी, तब तक गृहस्थ जीवन में संतुलन संभव नहीं है।”
सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रियाअनिरुद्धाचार्य के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिला संगठनों और आम नागरिकों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।महिला अधिकार कार्यकर्ता ने इसे “स्त्री की गरिमा पर सीधा हमला” करार देते हुए कहा कि इस तरह की बातें न केवल पिछड़ी सोच को बढ़ावा देती हैं, बल्कि महिलाओं की स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के अधिकार पर भी सवाल उठाती हैं।वहीं कुछ लोगों ने कथावाचक का समर्थन करते हुए इसे “परंपरा और संस्कृति को बचाने का प्रयास” बताया।
प्रशासन और आयोग की चुप्पी हालांकि अब तक महिला आयोग या प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर बहस लगातार गर्म है।
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