गोरखपुर से बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई: महिला आरक्षियों की शिकायत पर DIG रोहन पी. कनय हटाए गए, PAC कमांडेंट आनंद कुमार निलंबित - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

गोरखपुर से बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई: महिला आरक्षियों की शिकायत पर DIG रोहन पी. कनय हटाए गए, PAC कमांडेंट आनंद कुमार निलंबित

गोरखपुर,(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) गोरखपुर स्थित पुलिस प्रशिक्षण स्कूल (PTS) में तैनात महिला रिक्रूट आरक्षियों की ओर से की गई गंभीर शिकायतों के बाद पुलिस विभाग ने सख्त प्रशासनिक कदम उठाए हैं। इस सिलसिले में PTS गोरखपुर के प्रधानाचार्य एवं डीआईजी रोहन पी. कनय को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाते हुए पुलिस मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। अब वे प्रतीक्षारत की स्थिति में रहेंगे।

इसी क्रम में, 26वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर के कमांडेंट आनंद कुमार को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने बताया कि महिला आरक्षियों द्वारा दिए गए आरोपों की विभागीय जांच के बाद यह निर्णय लिया गया है। साथ ही, 26वीं वाहिनी PAC की नई प्रभारी कमांडेंट के रूप में निहारिका शर्मा को नियुक्त किया गया है।

महिला आरक्षियों की शिकायतें बनीं कार्रवाई का आधार

पुलिस विभाग के अनुसार, गोरखपुर में प्रशिक्षणरत महिला आरक्षियों ने कार्यस्थल पर अनुशासनहीनता, व्यवहार संबंधी आचार संहिता के उल्लंघन और अन्य प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत दी थी। मामले की जांच के बाद आरोपों को गंभीर मानते हुए यह कड़ा फैसला लिया गया है।

अनुशासन और कार्यस्थल की मर्यादा पर सख्ती

पुलिस विभाग ने अपने बयान में कहा है कि “यह कार्रवाई विभाग में अनुशासन, कार्यस्थल की मर्यादा और महिला कार्मिकों की गरिमा के प्रति हमारी गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कोई भी अधिकारी यदि मर्यादाओं का उल्लंघन करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

इस घटनाक्रम ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है और इसे महिला सशक्तिकरण तथा कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

जांच जारी, हो सकती हैं और गिरफ्तारियां या कार्रवाई सूत्रों के अनुसार, मामले की गहराई से जांच जारी है और यदि अन्य अधिकारियों की भी संलिप्तता पाई गई, तो उनके खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही की जा सकती है। फिलहाल महिला आरक्षियों की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।