
बिहार शरीफ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)बिहार शरीफ: चार साल पुराने बहुचर्चित सरकारी अधिकारी हत्या कांड में आखिरकार न्याय की जीत हुई है। बिहार शरीफ की अदालत ने शुक्रवार को इस मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता और अस्थावां विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी छोटे लाल यादव समेत छह आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
यह सनसनीखेज़ घटना वर्ष 2021 में सामने आई थी, जब एक जमीन विवाद को लेकर राजस्व विभाग के कर्मचारी की सरेआम पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। यह हमला इतनी बर्बरता से किया गया था कि इलाके में दहशत फैल गई थी। घटना की वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिससे आमजन में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी थी।
हत्या की यह घटना उस समय हुई जब राजस्व कर्मी सरकारी निर्देश पर विवादित भूमि का निरीक्षण करने गए थे। वहीं मौजूद कुछ स्थानीय लोगों, जिनमें लोजपा नेता छोटे लाल यादव और उनके समर्थक भी शामिल थे, ने आपत्ति जताते हुए अधिकारी पर हमला कर दिया। हमला इतना क्रूर था कि अधिकारी की मौके पर ही मौत हो गई।
शुक्रवार को अदालत ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपी छोटे लाल यादव, मुकेश यादव, हरेंद्र सिंह, पप्पू राम, राजेश यादव और सुरेश मंडल को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने कहा कि:
“सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए एक कर्मी की जान लेना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह लोकतंत्र पर हमला है। समाज में भय का माहौल पैदा करने वाले ऐसे अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।”
फैसले के बाद मृतक अधिकारी के परिजनों ने राहत की सांस ली। उनका कहना था कि उन्हें न्याय मिला है, लेकिन इस दर्द की भरपाई कभी नहीं हो सकती। परिजनों ने सरकार से दोषियों की संपत्ति जब्त कर मुआवजा देने की भी मांग की है।
छोटे लाल यादव कभी लोजपा के प्रभावशाली चेहरे माने जाते थे। लेकिन हत्या के आरोप लगने के बाद से पार्टी ने उनसे किनारा कर लिया था। इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है कि कैसे जमीन विवाद अब सत्ता और राजनीति को भी लपेटे में ले रहे हैं।
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