
सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
संपत्ति हड़पने की नीयत से अभिलेखों में खड़क सिंह को मृत घोषित किए जाने के गंभीर मामले में प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। रविवार को अवकाश के बावजूद हल्का लेखपाल ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव मझौलीराज के शंकरपुर स्थित खड़क सिंह के आवास पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की। लेखपाल ने बताया कि वह रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र ही एसडीएम को सौंपेंगे। गौरतलब है कि मझौलीराज नगर पंचायत निवासी खड़क सिंह पुत्र दशरथ वर्षों पूर्व रोजगार की तलाश में असम चले गए थे। वे वहीं अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे थे। खड़क सिंह का आरोप है कि एक दुर्घटना में घायल होने के बाद वह काफी समय तक गांव नहीं लौट सके, इसी बीच उनके सगे भाइयों ने तहसील कर्मचारियों की मिलीभगत से उन्हें परिवार रजिस्टर में मृत घोषित करा दिया और खतौनी में उनकी जमीन अपने नाम चढ़वा ली।
खड़क सिंह ने बताया कि जब वे स्वस्थ होकर गांव लौटे, तो न केवल उन्हें उनके पैतृक घर में घुसने से रोका गया, बल्कि भाइयों ने यह तक कह दिया कि “तू तो मर चुका है।” पीड़ित ने शुक्रवार को तहसील पहुंचकर एसडीएम दिशा श्रीवास्तव से मुलाकात की और आधार कार्ड व परिवार रजिस्टर की प्रति सहित कई दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए न्याय की गुहार लगाई।
एसडीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल तहसीलदार को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। निर्देश के अनुपालन में रविवार को लेखपाल ने गांव पहुंचकर स्थानीय लोगों और परिवारजनों से पूछताछ की। पीड़ित को उम्मीद है कि अब उसे न्याय मिलेगा और उसका नाम अभिलेखों में पुनः जीवित दर्शाया जाएगा। खड्ग सिंह के इस प्रकरण को राष्ट्र की परम्परा ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था ।
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