June 29, 2025

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मैनपुरी में दुष्कर्म के बाद मासूम की हत्या: पुलिस की लापरवाही से गई जान, जनता में फूटा आक्रोश

मैनपुरी/फर्रुखाबाद (राष्ट्र की परम्परा) उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आठ वर्षीय बच्ची गर्मी की छुट्टियों में अपनी बुआ के गांव आई थी। सोमवार को आम बीनने पास के बाग में गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।

परिजनों के मुताबिक, बच्ची के लापता होने की सूचना सुबह 10 बजे पुलिस चौकी को दे दी गई थी। परंतु पुलिस ने तत्काल कार्रवाई न कर परिजनों को यह कहकर लौटा दिया कि वह पहले खुद खोज करें। घंटों बाद जब बच्ची का कुछ पता नहीं चला, तब दोपहर में दोबारा चौकी पहुंचने पर भी पुलिस ने टालमटोल रवैया अपनाया। शाम तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और रिपोर्ट रात 10 बजे दर्ज की गई।

दूसरे दिन बच्ची का शव फर्रुखाबाद सीमा से सटे एक गांव के खेत में पड़ा मिला। उसके शरीर पर अत्याचार के स्पष्ट निशान थे, जिससे दुष्कर्म और फिर हत्या की पुष्टि हुई।

लोगों का गुस्सा फूटा, किया चक्का जाम

शनिवार देर शाम मासूम के साथ हुई दरिंदगी और पुलिस की लापरवाही को लेकर कायमगंज कोतवाली के पास ट्रांसपोर्ट चौराहे पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क जाम कर दी गई, जिससे यातायात पूरी तरह ठप रहा।

अधिकारियों ने दिया न्याय का भरोसा

मौके पर पहुंचे एसडीएम रविंद्र सिंह और सीओ संजय वर्मा ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की लापरवाही बनी मासूम की मौत का कारण?

परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस समय रहते सक्रिय होती और सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई शुरू करती, तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। यह कोई पहली घटना नहीं है जब पुलिस की सुस्त कार्यशैली ने एक परिवार को जीवनभर का दर्द दे दिया हो।

क्या कहती है पुलिस?

सीओ मोहम्मदाबाद राजेश कुमार द्विवेदी के अनुसार, पुलिस को शाम 5 बजे सूचना मिली थी, जिसके बाद रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। वहीं परिजन कहते हैं कि उन्होंने सुबह 10 बजे ही सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया।