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पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)बिहार सरकार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को महिलाओं से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। सात सितंबर से शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया में अब तक एक करोड़ से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है।

योजना का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत सरकार महिलाओं को अपना कारोबार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद दे रही है।

योजना की खास बातें लाभार्थी महिलाओं को पहली किस्त के रूप में 10-10 हजार रुपये दिए जाएंगे।आगे चलकर दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है।जीविका समूह से जुड़ना अनिवार्य है।

अब तक 90 लाख से ज्यादा आधार-लिंक्ड बैंक खाते तैयार हो चुके हैं।आवेदन ग्राम संगठन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से लिए जा रहे हैं।योजना में सास और बहू को अलग परिवार मानकर दोनों को आवेदन का अवसर दिया गया है।महिलाओं की पहली पसंद

आवेदन करने वाली महिलाओं ने सबसे ज्यादा रुचि पशुपालन (बकरी, मुर्गी, गाय पालन), किराना दुकान और चाय-पकौड़े की दुकान जैसे छोटे व्यवसायों में दिखाई है।इन कार्यों में कम पूंजी में व्यवसाय शुरू करने की सुविधा है।जल्दी आमदनी होने की संभावना रहती है।पशुपालन से महिलाएं घर पर ही काम कर सकती हैं।

किराना और चाय-पकौड़े की दुकान आसपास की जरूरतें पूरी कर आय का साधन बन सकती हैं। महिलाओं के लिए बड़ा अवसरविशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से ग्रामीण और शहरी महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वे परिवार की जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकेंगी। केवल छह दिनों में मिले इतने बड़े पैमाने पर आवेदनों से यह स्पष्ट है कि महिलाओं में आत्मनिर्भर बनने की ललक और उत्साह लगातार बढ़ रहा है।