महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लिए गए फैसले के तहत 12 और 28 प्रतिशत वाले जीएसटी स्लैब में कटौती किए जाने की घोषणा ने उपभोक्ताओं और कारोबारियों दोनों को राहत पहुंचाई है। इस फैसले से न केवल रोजमर्रा की वस्तुएँ सस्ती होंगी बल्कि जिले के थोक व खुदरा बाजारों में भी नई जान आने की उम्मीद जताई जा रही है।व्यापारियों का कहना है कि लंबे समय से महंगाई और टैक्स दरों के कारण बाजार में मंदी का असर दिख रहा था। जीएसटी स्लैब घटने से अब घरेलू सामान, प्लास्टिक उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक आइटम समेत कई वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आएगी।
‌स्थानीय कारोबारी राजकुमार मोदनवाल ने कहा कि महंगाई के बोझ से दबे उपभोक्ता अब राहत महसूस करेंगे। जब रोजमर्रा की चीजें सस्ती होंगी तो बाजार में ग्राहकों की आवाजाही बढ़ेगी और बिक्री में भी इजाफा होगा। वहीं, राकेश कुमार व्यापार मंडल पदाधिकारी का मानना है कि सरकार का यह कदम व्यापारियों और ग्राहकों के बीच सेतु का काम करेगा। उन्होंने कहा कि टैक्स का बोझ कम होने से आम आदमी की जेब सुरक्षित होगी और बाजारों की रौनक लौटेगी।
अंकित त्रिपाठी कर सलाहकार ने बताया कि 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब कई उत्पादों पर अत्यधिक था, जिससे उपभोक्ता हिचकते थे। अब स्लैब घटने से बिक्री बढ़ेगी और सरकार को टैक्स संग्रह में भी फायदा होगा।
सन्तोष तिवारी नामक ग्राहक का कहना है कि यदि घरेलू उपकरण, प्लास्टिक व अन्य उपभोग की चीजें सस्ती होती हैं तो सीधा असर उनके मासिक बजट पर पड़ेगा।
महराजगंज, मिठौरा, निचलौल, फरेंदा और सिसवा बाजार के कारोबारी मान रहे हैं कि अब कारोबार में नई जान आएगी। खासकर त्योहारों के मौसम को देखते हुए यह फैसला जिले की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।